मनोहर द्रश्य:जसनाथ धाम मंदिर के गुम्बद पर पक्षियों का बसेरा
ग्राम पंचायत लीलसर में स्थित जसनाथ धाम पर इन दिनों मेले के दौरान भक्तों की भीड़ रहती हैं। लेकिन पक्षी भी धाम पर रोज सुबह व शाम धोक लगाने आ रहे हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ–साथ अब लीलसर के जसनाथ धाम के मंदिरों के गुंबद पर बड़ी संख्या में रंग बिरंगे पक्षी कलरव करने आते हैं। इनको देखकर एक बार ऐसा लगता है मानों कि गुंबदों पर पक्षियों की कारीगरी की गई हो।
लेकिन जब नजदीक से देखा जाए तो हकीकत में कबूतरों का झुंड छतरियों पर बैठा रहता है। जसनाथ धाम के महंत मोटनाथ ने बताया कि यह पक्षी लंबे समय से सुबह व शाम के समय दाना पानी के लिए अपना डेरा मंदिर में डालते हैं। पक्षियों के लिए जल कुंडियों व का निर्माण मंदिर में करवाया गया हैं साथ ही मंदिर के गुंबदों पर पक्षियों के ठहराव के लिए खुदाई की गई है। उन्होंने बताया कि पक्षियों की बारिश व ठंड में सुरक्षा के लिए गुंबदों के चारों ओर व्यवस्था की गई है।
ग्राम पंचायत लीलसर में स्थित जसनाथ धाम पर इन दिनों मेले के दौरान भक्तों की भीड़ रहती हैं। लेकिन पक्षी भी धाम पर रोज सुबह व शाम धोक लगाने आ रहे हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ–साथ अब लीलसर के जसनाथ धाम के मंदिरों के गुंबद पर बड़ी संख्या में रंग बिरंगे पक्षी कलरव करने आते हैं। इनको देखकर एक बार ऐसा लगता है मानों कि गुंबदों पर पक्षियों की कारीगरी की गई हो।
लेकिन जब नजदीक से देखा जाए तो हकीकत में कबूतरों का झुंड छतरियों पर बैठा रहता है। जसनाथ धाम के महंत मोटनाथ ने बताया कि यह पक्षी लंबे समय से सुबह व शाम के समय दाना पानी के लिए अपना डेरा मंदिर में डालते हैं। पक्षियों के लिए जल कुंडियों व का निर्माण मंदिर में करवाया गया हैं साथ ही मंदिर के गुंबदों पर पक्षियों के ठहराव के लिए खुदाई की गई है। उन्होंने बताया कि पक्षियों की बारिश व ठंड में सुरक्षा के लिए गुंबदों के चारों ओर व्यवस्था की गई है।