फिर बदला मौसम, किसानों की चिंता बढ़ी, फसले रोग ग्रस्ति:MLA पदमाराम मेघवाल ने कृषि मंत्री को लिखी चिट्ठी, बोले– विधानसभा रखूंगा किसानों की मांग
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फिर बदला मौसम, किसानों की चिंता बढ़ी, फसले रोग ग्रस्ति:MLA पदमाराम मेघवाल ने कृषि मंत्री को लिखी चिट्ठी, बोले– विधानसभा रखूंगा किसानों की मांगबाड़मेर में मौसम का मिजाज लगातार बदलता जा रहा है। एक बार एकाएक फिर से सर्दी बढ़ गई। वहीं, बार–बार बदलते मौसम की वजह से किसानों की चिंता बढ़ गई है। अधिकांश इलाकों में जीरे की फसलें 50 फीसदी जल गई है। किसान मुआवजे की मांग कर रहा है। चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल ने राजस्थान के मंत्री को चिट़्ठी लिखकर सर्वे करवाकर किसानों को मुआवजा देने की मांग की। MLA ने कहा कि किसानों के फसल खराब का मुद्दा विधानसभा में भी रखूंगा।दरअसल, जिले में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बार–बार मौसम बदलता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से मौसम सामान्य से दिन में तेज धूप रही। वहीं, शाम को सर्दी ने असर दिखाना शुरू कर दिया। पिछले कई दिनों के बाद दिन व रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। चार दिन में दिन का तापमान छह व रात का पांच डिग्री गिरने से सर्दी का अहसास होने लगा। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी दो–तीन दिन में पारा गिरने सर्दी बढ़ेगी। शुक्रवार को दिन का पारा 23 व रात का पारा 10 डिग्री दर्ज किया गया था। लगातार बदल रहे मौसम से किसानों की रबी की फसलों में झुलसा एवं छाछ्या रोग लग गया है। रोग का असर सबसे ज्यादा जीरे पर पड़ा है। जीरे की बुआई की आधी फसलें जल गई है। खेतों में खड़ी जीरे की फसल खराब हो रही है। बाड़मेर जिले के चौहटन, धोरीमन्ना, बाड़मेर, गुड़ामालानी, गडरारोड, रामसर इलाके में इसका सबसे ज्यादा खराबा है।किसानों का कहना है कि इस बार जीरे की फसलों की बंपर पैदावार होने की उम्मीद थी। लेकिन, लगातार हो रहे मौसम में बदलाव की वजह से रबी की फसलों में रोग लग गया है। रोग इतना तेजी से फैला है कि कुछ ही दिनों में जीरे की फसल जल गई है। अब तो सरकार से एक ही मांग है कि सर्वे करवाकर मुआवजा दें।चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल ने कहा कि राजस्थान कृषि राज्य मंत्री को पत्र लिखकर चौहटन इलाके मौसम की वजह से पाला पड़ने से जीरा, ईशबगोल, सरसों कीफसल जल रही है। इन फसलों को सर्वे करवाकर मुआवजा दिलाने की मांग की है। विधानसभा में किसानों की मांग को रखूंगा।
बाड़मेर में मौसम का मिजाज लगातार बदलता जा रहा है। एक बार एकाएक फिर से सर्दी बढ़ गई। वहीं, बार–बार बदलते मौसम की वजह से किसानों की चिंता बढ़ गई है। अधिकांश इलाकों में जीरे की फसलें 50 फीसदी जल गई है। किसान मुआवजे की मांग कर रहा है। चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल ने राजस्थान के मंत्री को चिट़्ठी लिखकर सर्वे करवाकर किसानों को मुआवजा देने की मांग की। MLA ने कहा कि किसानों के फसल खराब का मुद्दा विधानसभा में भी रखूंगा।
दरअसल, जिले में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बार–बार मौसम बदलता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से मौसम सामान्य से दिन में तेज धूप रही। वहीं, शाम को सर्दी ने असर दिखाना शुरू कर दिया। पिछले कई दिनों के बाद दिन व रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। चार दिन में दिन का तापमान छह व रात का पांच डिग्री गिरने से सर्दी का अहसास होने लगा। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी दो–तीन दिन में पारा गिरने सर्दी बढ़ेगी। शुक्रवार को दिन का पारा 23 व रात का पारा 10 डिग्री दर्ज किया गया था। लगातार बदल रहे मौसम से किसानों की रबी की फसलों में झुलसा एवं छाछ्या रोग लग गया है। रोग का असर सबसे ज्यादा जीरे पर पड़ा है। जीरे की बुआई की आधी फसलें जल गई है। खेतों में खड़ी जीरे की फसल खराब हो रही है। बाड़मेर जिले के चौहटन, धोरीमन्ना, बाड़मेर, गुड़ामालानी, गडरारोड, रामसर इलाके में इसका सबसे ज्यादा खराबा है।
किसानों का कहना है कि इस बार जीरे की फसलों की बंपर पैदावार होने की उम्मीद थी। लेकिन, लगातार हो रहे मौसम में बदलाव की वजह से रबी की फसलों में रोग लग गया है। रोग इतना तेजी से फैला है कि कुछ ही दिनों में जीरे की फसल जल गई है। अब तो सरकार से एक ही मांग है कि सर्वे करवाकर मुआवजा दें।
चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल ने कहा कि राजस्थान कृषि राज्य मंत्री को पत्र लिखकर चौहटन इलाके मौसम की वजह से पाला पड़ने से जीरा, ईशबगोल, सरसों कीफसल जल रही है। इन फसलों को सर्वे करवाकर मुआवजा दिलाने की मांग की है। विधानसभा में किसानों की मांग को रखूंगा।