आज एमबीआर कॉलेज बालोतरा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं व छात्रसंघ अध्यक्ष स्वरूपसिंह सेतराऊ ने भारत रत्न , संविधान निर्माता डा . भीमराव आंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस सामाजिक समरसता के रूप में महाविद्यालय में मनाया गया
तथा छात्रसंघ अध्यक्ष ने बताया कि बाबा साहेब के व्यक्तित्व में स्मरण शक्ति की प्रखरता, बुद्धिमत्ता, ईमानदारी, सच्चाई, नियमितता, दृढ़ता, प्रचंड संग्रामी स्वभाव का मणिकांचन मेल था। उनकी यही अद्वितीय प्रतिभा अनुकरणीय है। जिन्होंने अपना समस्त जीवन समग्र भारत की कल्याण कामना में उत्सर्ग कर दिया खासकर भारत के 80 फीसदी दलित सामाजिक व आर्थिक तौर से अभिशप्त थे, उन्हें अभिशाप से मुक्ति दिलाना ही डॉ. अंबेडकर का जीवन संकल्प था।बाबा साहेब ने संघर्ष का बिगुल बजाकर आह्वान किया, ‘छीने हुए अधिकार भीख में नहीं मिलते, अधिकार वसूल करना होता है।वह पुण्यतिथि पर उपस्थित छात्रसंघ अध्यक्ष स्वरूपसिंह सेतराऊ व पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष पारस राजपुरोहित व नगर मंत्री गौतम प्रजापत व पूर्व नगरमंत्री लक्ष्मण गोस्वामी व छात्रनेता अनिल पालीवाल .प्रवीण भाटी. भूपेन्द्र माली.योगेश सेन. प्रफुल्ल खारवाल. हनी परमार.प्रकाश भाट.सुभाष नटराज. नवीन प्रजापत. ईश्वरसिंह.सम्पतसिंह.गोपाराम बोस.व अन्य छात्रशक्ति मौजूद रही ॥