बालोतरा। विशनाराम चाकू हत्याकांड के खिलाफ सर्व समाज का प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। घटना के 52 घंटे बीतने के बावजूद आरोपी हर्षदान पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिससे प्रदर्शनकारियों में गहरा आक्रोश है। आज बालोतरा में सर्व समाज ने बंद का आह्वान किया और नाहटा अस्पताल से लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय तक आक्रोश रैली निकाली।
कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन
रैली जिला कलेक्ट्रेट पहुची उसके बाद पीड़ित परिवार की ओर से एक महिला और एक पुरुष जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने गए। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर मौजूद होने के बावजूद ज्ञापन उन्हें नहीं दिया । महिला ने ज्ञापन एक बाबू (लिपिक) को सौंप दिया और लौट गईं। कलेक्टर कार्यालय में जिला कलेक्टर की तौहीन देख कर मीडिया को भी हैरान कर दिया।
कलेक्ट्रेट के बाहर नारेबाजी और रोष प्रदर्शन
धरना स्थल नाहटा अस्पताल से शुरू हुई रैली जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंची। कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शनकारियों ने रास्ता जाम कर पुलिस और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। टायर जलाकर गुस्से का इजहार किया गया। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल रहीं।
रैली के दौरान पीड़ित परिवार की ओर से एक महिला और एक पुरुष जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने गए। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर मौजूद होने के बावजूद ज्ञापन उन्हें नहीं दिया । महिला ने ज्ञापन एक बाबू (लिपिक) को सौंप दिया और लौट गईं। कलेक्टर कार्यालय में जिला कलेक्टर की तौहीन देख कर मीडिया भी हैरान हो गई
धरना स्थल पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद
धरना स्थल पर परिजनों के साथ पूर्व विधायक मदन प्रजापत, थान सिंह डोली, चोहटन के पूर्व विधायक पदमाराम मेघवाल, गोपाराम मेघवाल, मदन राज चोपड़ा, दोलतराम गोदारा सहित विभिन्न समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
पुलिस बल तैनात, समाधान अब तक नहीं
शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है, लेकिन प्रदर्शनकारियों और प्रशासन के बीच अब तक कोई समाधान नहीं निकल सका है।
आरोपी की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा सर्व समाज
प्रदर्शनकारी लगातार आरोपी हर्षदान की गिरफ्तारी और परिवार को आर्थिक सहयोग की मांग कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
विशनाराम हत्याकांड को लेकर लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। प्रदर्शनकारी इस मामले में न्याय की मांग कर रहे हैं, जबकि प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।