राजस्थान के बालोतरा ज़िले में सोमवार को जसोल रोड पर हुए दिनदहाड़े लूटकांड को लेकर पुलिस ने जबरदस्त कार्रवाई करते हुए मात्र 12 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर, 476400 रुपए नकद बरामद कर मामले का खुलासा कर दिया है। इस कार्रवाई को “ऑपरेशन खुलासा” नाम दिया गया, जिसकी सराहना शहरभर में हो रही है।
📌 क्या हुआ था वारदात के दिन?
7 जुलाई को सुबह करीब 10:50 बजे, देवी कृपा पेट्रोल पंप के मैनेजर मफतलाल सुथार जसोल स्थित पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में दो दिन की नकदी – लगभग 4 लाख 81 हज़ार रुपए, कैश बुक व पासबुक के साथ जमा कराने जा रहे थे।
जैसे ही वह हनुमान मंदिर, जसोल रोड के पास पहुंचे, पीछे से बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मारी, उन्हें गिराया और उनका बैग लूटकर मौके से फरार हो गए।
मफतलाल को मामूली चोटें आईं और उन्होंने तत्काल पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।

🕵️♂️ “ऑपरेशन खुलासा” – 12 घंटे की जबरदस्त पुलिस कार्रवाई
इस लूट की वारदात को बालोतरा एसपी अमित जैन (IPS) ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल जसोल थाना अधिकारी और डीएसटी टीम को सक्रिय किया।
🔍 पुलिस की कार्यवाही में शामिल प्रमुख बिंदु:
- घटनास्थल का सूक्ष्म निरीक्षण
- तकनीकी विश्लेषण (CCTV फुटेज, कॉल डिटेल्स आदि)
- मानवीय खुफिया नेटवर्क का इस्तेमाल
- संदिग्धों की लगातार निगरानी
इन तमाम तरीकों से पुलिस ने महज 12 घंटे में सुरेश कुमार, सवाईराम और पेमाराम को चिन्हित कर उन्हें हिरासत में लिया और पूछताछ के बाद औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया।
👥 गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
- सुरेश कुमार पुत्र पुरूषोत्तम सोलंकी
जाति माली, उम्र 25 वर्ष
निवासी – जेठतरी, थाना समदड़ी, जिला बालोतरा
(मुख्य आरोपी, कर्ज में डूबा था) - सवाईराम पुत्र बीजाराम
जाति भील, उम्र 29 वर्ष
निवासी – भील बस्ती, सिलोर, थाना समदड़ी - पेमाराम पुत्र मांगीलाल
जाति सांवला माली, उम्र 41 वर्ष
निवासी – जसोल
(पूर्व में उसी पेट्रोल पंप पर कार्यरत, अंदरूनी जानकारी देने वाला)
📖 वारदात की योजना कैसे बनी?
पुलिस जांच में सामने आया है कि इस लूट की पूरी साजिश का मास्टरमाइंड सुरेश माली था।
बैंक कर्ज चुकाने के लिए उसने यह योजना बनाई।
उसने अपने पुराने परिचित पेमाराम से संपर्क किया जो पहले देवी कृपा पेट्रोल पंप पर काम कर चुका था। पेमाराम को वहां की सारी अंदरूनी जानकारी थी — नकदी जमा करने का टाइम, रूट, पेट्रोल पंप संचालक की दिनचर्या आदि।
तीनों आरोपियों ने एक दिन पहले भी लूट की कोशिश की, लेकिन मौका नहीं मिल सका।
घटना वाले दिन, पेमाराम ने पेट्रोल पंप संचालक की रैकी की और जैसे ही वह बैंक के लिए निकले, सुरेश और सवाईराम ने हमला कर लूट को अंजाम दे दिया।
💬 एसपी अमित जैन का बयान:
“यह एक सुनियोजित लूट की वारदात थी, जिसे हमारी टीमों ने कुशलता से सुलझाया है। अभियुक्तों को गिरफ्तार कर नकद राशि बरामद की जा चुकी है। आगे की जांच जारी है।”
🔒 क्या संदेश गया जनता को?
इस घटना और उसके खुलासे से दो संदेश साफ हैं:
- अपराधी कितना भी चालाक क्यों न हो, कानून से नहीं बच सकता।
- बालोतरा पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आम जनता में विश्वास मजबूत हुआ है।
बालोतरा पुलिस ने इस केस में बेहद पेशेवर, तेज़ और सटीक कार्रवाई करते हुए सिर्फ 12 घंटे में एक सुनियोजित लूट का पर्दाफाश किया। इससे यह साबित होता है कि राजस्थान पुलिस तकनीकी संसाधनों और जमीनी स्तर की निगरानी में अब पहले से अधिक मजबूत हो चुकी है।