सिणधरी (बालोतरा)।
कस्तूरबा गांधी आवासीय छात्रावास, सिणधरी में सोमवार देर शाम उस समय हड़कंप मच गया जब दर्जनों छात्राएं रोते-बिलखते हाल में हॉस्टल से बाहर निकल आईं। ग्रामीणों और राहगीरों ने यह दृश्य देखकर छात्राओं के मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड कर अधिकारियों को भेजे। देखते ही देखते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद प्रशासन व पुलिस तुरंत हरकत में आ गए।

छात्राओं के आरोप—मारपीट, भोजन में लापरवाही और मानसिक प्रताड़ना
छात्राओं का आरोप है कि हॉस्टल वार्डन, उसकी बहन और एक सुरक्षा गार्ड द्वारा कई दिनों से—
- समय पर भोजन नहीं देना
- छोटी-छोटी बातों पर मारपीट करना
- मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना
जैसी अत्याचारपूर्ण घटनाएं की जा रही थीं। छात्राओं के अनुसार सोमवार शाम स्थिति तब बिगड़ी जब वार्डन ने कुछ छात्राओं को कथित रूप से मारपीट की, जिसके बाद कई छात्राएं डरकर बाहर आ गईं।
दो छात्राएं बेहोश, सीएचसी में भर्ती
हंगामे और तनाव के बीच दो छात्राओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई और वे बेहोश हो गईं। उन्हें तुरंत सीएचसी सिणधरी ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति स्थिर बताई गई है।
एक दिन पहले दिया गया था ज्ञापन—स्थानांतरण विवाद से जुड़ रहा मामला
छात्राएं बीटीएम राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत हैं। स्कूल प्रिंसिपल सतपाल का हाल ही में स्थानांतरण होने पर छात्राओं ने सोमवार को एसडीएम सिणधरी को ज्ञापन सौंपकर आदेश को निरस्त करने की मांग की थी।
छात्राओं का कहना है कि ज्ञापन की जानकारी मिलते ही वार्डन नाराज हो गईं और उसी शाम कथित मारपीट का मामला सामने आया।
अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई—SDM, DEO और पुलिस मौके पर पहुंचे
वीडियो वायरल होने के कुछ ही मिनटों में—
- एसडीएम सिणधरी
- जिला शिक्षा अधिकारी देवाराम
- स्थानीय पुलिस टीम
मौके पर पहुंचे और छात्राओं से बातचीत कर उन्हें शांत कराया। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए अधिकारियों ने छात्रावास परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया।
वार्डन ने आरोपों को बताया निराधार
वार्डन सुगनी देवी ने सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा—
“50-60 छात्राओं को दो लोगों द्वारा पीटना संभव नहीं। ये सभी आरोप योजनाबद्ध और निराधार हैं।”
वार्डन के अनुसार कुछ बाहरी लोगों द्वारा छात्राओं को उकसाया गया है।
छात्राओं का विरोध जारी—FIR दर्ज नहीं, उपखंड कार्यालय में नारेबाजी
घटना के 24 घंटे बाद भी गतिरोध कायम है।
दो छात्राओं ने सिणधरी पुलिस स्टेशन में वार्डन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का प्रयास किया, लेकिन FIR दर्ज नहीं हुई।
इसके बाद सभी छात्राएं उपखंड कार्यालय पहुंचीं और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए नारेबाजी की।
परिजनों का आरोप—छात्राएं 24 घंटे से भूखी, कार्रवाई अब तक नहीं
घटना के बाद कई अभिभावक भी हॉस्टल पहुंचे और गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है—
- पिछले 24 घंटों से छात्राओं को ठीक से भोजन नहीं मिला
- प्रशासन अभी तक ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया
- बच्चियां मानसिक रूप से अत्यधिक तनाव में हैं
मेरे संसदीय क्षेत्र के बालोतरा जिले के सिणधरी उपखंड मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में मासूम बालिकाओं के साथ लंबे समय से एक महिला प्रधानाचार्य की रिश्तेदार गैर-सरकारी बाहरी वार्डन द्वारा देर रात्रि में आना-जाना और मारपीट किए जाने का मामला अत्यंत गंभीर,… pic.twitter.com/C0lBEtUgVi
— Ummeda Ram Beniwal (@UmmedaRamBaytu) November 26, 2025 कुछ छात्राएं मंगलवार दोपहर बालोतरा कलेक्ट्रेट के लिए रवाना होने की तैयारी में थीं, ताकि वे जिला स्तर पर कार्रवाई की मांग कर सकें।
परिस्थिति अभी भी तनावपूर्ण
छात्रावास और विद्यालय परिसर में पुलिस की मौजूदगी जारी है। प्रशासन का कहना है कि—
- छात्राओं के बयान लिए जा रहे हैं
- जांच कमेटी गठित की जा रही है
- दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी










