बालोतरा न्यूज़ रिपोर्ट: पश्चिमी राजस्थान की जीवनरेखा ‘मरूगंगा’ लूणी नदी का पानी तीसरे साल लगातार बालोतरा पहुंचा, पूरे क्षेत्र में हर्ष की लहर

Pankaj Borana

बालोतरा, 17 जुलाई
पश्चिमी राजस्थान की मरूगंगा कहे जाने वाली लूणी नदी का तीसरे वर्ष लगातार बालोतरा पहुंचना क्षेत्रवासियों के लिए खुशियों का उत्सव बन गया है। गुरुवार की अलसुबह सांकरणा मेघा हाइवे पुल को पार करते हुए लूणी नदी का जल बालोतरा में प्रवेश कर गया। यह दृश्य देखते ही स्थानीय नागरिकों और ग्रामीणों की भारी भीड़ नदी तट की ओर उमड़ पड़ी।

लूणी नदी के आगमन पर लोगों ने पूजन, मंत्रोच्चार व ढोल-नगाड़ों के साथ परंपरागत रूप से स्वागत किया। श्रद्धालुजनों ने नदी की पूजा कर क्षेत्र में अच्छी वर्षा, फसल और खुशहाली की कामना की।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी, पूर्व विधायक मदन प्रजापत सहित कई भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने भी लूणी नदी के दर्शन कर पूजन किया।
पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी ने इस मौके पर कहा:

“यह दृश्य केवल भौगोलिक घटना नहीं, बल्कि हमारे क्षेत्र के लिए आस्था, गर्व और समृद्धि का प्रतीक है। लूणी का जलस्तर बढ़ने से भूजल रिचार्ज, कृषि लाभ, और पर्यावरण संरक्षण को मजबूती मिलेगी।”

पूर्व विधायक मदन प्रजापत ने भी लूणी नदी के आगमन पर पूजा अर्चना की और समस्त क्षेत्रवासियों को बधाई देते हुए इसे क्षेत्र के लिए शुभ संकेत बताया।

- Advertisement -
Ad imageAd image
Balotra News Photo

इस मौके पर बालोतरा के आसपास के गाँवों जैसे समदड़ी , जेठांतरी , सांकरणा, जसोल , आदि से भी ग्रामीणजन बड़ी संख्या में एकत्र हुए और इस प्राकृतिक चमत्कार का स्वागत किया। कई युवाओं ने नदी के पानी में स्नान कर उत्सव का आनंद लिया।

पिछले तीन वर्षों से लगातार लूणी नदी का बालोतरा तक पहुंचना, क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव और मानसून की अनुकूलता का संकेत माना जा रहा है।

🔹 विशेष बिंदु:

  • लूणी नदी को लेकर स्थानीय श्रद्धा और आस्था में वृद्धि
  • तीन वर्ष से लगातार नदी का बालोतरा पहुंचना
  • भूजल स्तर बढ़ने की उम्मीद, किसानों को राहत
  • नेताओं और नागरिकों द्वारा सामूहिक पूजन
  • पर्यावरण प्रेमियों द्वारा जागरूकता अभियान की मांग

📸 नदी के दर्शन करने पहुँचे श्रद्धालु, मंत्रोच्चार की गूंज, धोल नगाड़ों की थाप और आस्था का सैलाब… बालोतरा ने किया लूणी का ऐतिहासिक स्वागत।

Share This Article