बालोतरा पुलिस ने “ऑपरेशन अश्ववेग” में दुपहिया वाहन चोरी की शातिर गैंग का पर्दाफाश, 5 आरोपी गिरफ्तार – 13 मोटरसाइकिल व 2 एक्टिवा बरामद

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बालोतरा। थाना बालोतरा पुलिस ने जिले में दुपहिया वाहन चोरी की वारदातों पर शिकंजा कसते हुए “ऑपरेशन अश्ववेग” के तहत एक संगठित चोरी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 13 चोरी की मोटरसाइकिल और 2 एक्टिवा बरामद की हैं। आरोपियों ने अब तक 17 चोरी की वारदातें कबूल की हैं। गिरोह महंगे व ब्रांडेड कपड़े, कैमरे खरीदने और मौज-मस्ती के लिए वाहन चोरी करता था।

पुलिस की विशेष रणनीति से मिली सफलता
पुलिस अधीक्षक बालोतरा रमेश आईपीएस के निर्देशन में, परंपरागत पुलिसिंग, तकनीकी साक्ष्यों और गुप्त सूचना के आधार पर बालोतरा थानाधिकारी चेलसिंह के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम ने लंबे समय से कस्बे में हो रही चोरी की वारदातों की गहन जांच करते हुए मुख्य आरोपी हुकमाराम व मनोहरलाल तक पहुंच बनाई। पुलिस की दबिश के दौरान दोनों आरोपी खेतों और रेतीले धोरों में छिपने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस टीम ने कई किलोमीटर पैदल पीछा कर उन्हें पकड़ लिया। पूछताछ में दोनों ने अपने अन्य सहयोगियों – किशनाराम, मालाराम और मदनलाल के नाम बताए, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।

चोरी का अनोखा तरीका
गिरोह के सदस्य चोरी से पहले बालोतरा की गलियों का जीपीएस ट्रैक तैयार करते थे। मनोहरलाल तकनीकी रूप से दक्ष होने के कारण वारदात वाली गलियों की पूरी मैपिंग करता था – कौन-सी गली खुली है, कहां से निकलने का रास्ता है और कौन-सी जगह बंद है। इसके बाद रात के समय सुनसान गलियों में ताला तोड़ने के उपकरण से मिनटों में वाहन स्टार्ट कर फरार हो जाते थे। चोरी के बाद वाहन को रेतीले धोरों और खेतों से होते हुए सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचा दिया जाता था, ताकि पुलिस की पकड़ से बचा जा सके।

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गिरोह की पृष्ठभूमि और उद्देश्य
मुख्य आरोपी हुकमाराम ने शुरुआत में अपने इस्तेमाल के लिए एक अधिक माइलेज वाली बाइक चोरी की थी। उसे बेचने पर मिली रकम ने उसे संगठित चोरी की ओर धकेल दिया। गिरोह के बाकी सदस्य भी महंगे कपड़े, कैमरे और विलासिता की चाहत में इसमें शामिल हुए। किशनाराम फोटोग्राफर है जो महंगा कैमरा खरीदना चाहता था, मालाराम नौकरी करता था लेकिन बस से सफर पसंद नहीं करता था, जबकि मदनलाल और मनोहरलाल पढ़ाई के साथ महंगे शौकों में लिप्त थे।

गिरफ्तार आरोपी

  1. हुकमाराम पुत्र भैराराम, उम्र 24 वर्ष, निवासी पाबूदानसिंह की पांदी का पार रामदेव मंदिर चाड़ार, थाना रामसर, जिला बाड़मेर
  2. मनोहरलाल उर्फ मनीष कुमार पुत्र नरसिंगाराम, उम्र 19 वर्ष, निवासी रामदेव मंदिर चाड़ार, थाना रामसर, जिला बाड़मेर
  3. मालाराम पुत्र रेखाराम, उम्र 24 वर्ष, निवासी लाणी कोठा कुड़ला, थाना रिको, बाड़मेर
  4. किशनाराम पुत्र जेठाराम, उम्र 19 वर्ष, निवासी शास्त्री नगर, आईडिया टावर के पास, थाना कोतवाली, जिला बाड़मेर
  5. मदनलाल पुत्र जोगाराम, उम्र 22 वर्ष, निवासी शिव भाकरी नांद, थाना बाड़मेर ग्रामीण, जिला बाड़मेर

विशेष भूमिका
पुलिसकर्मी सुखदेव कानि. की परंपरागत पुलिसिंग और गुप्त सूचना संग्रहण में महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिसके चलते यह बड़ी कार्रवाई संभव हो सकी।

पुलिस ने आरोपियों को चोरी और संगठित अपराध से संबंधित प्रकरणों में गिरफ्तार कर अग्रिम पूछताछ शुरू कर दी है। बरामद वाहनों की पहचान कर उन्हें शीघ्र ही मालिकों को सुपुर्द किया जाएगा।


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