बालोतरा, राजस्थान: बालोतरा के बाजारों में मिठाइयों की दुकानें सज गई हैं। लेकिन इन मिठाइयों में छिपा है एक खतरा, जो आपके स्वास्थ्य को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।
दरअसल, बाजार में मिलावटी मेवे से बनी मिठाईयों की बिक्री जोरों पर है। इन मिठाइयों में रंग-बिरंगे रंगों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होते हैं।
पिछले कुछ दिनों में, अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है जो खराब और मिलावटी खाने के कारण बीमार हुए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इन मिठाइयों में इस्तेमाल किए जाने वाले रंगों में अक्सर लेड और अन्य हानिकारक रसायन होते हैं, जो पेट दर्द, उल्टी, दस्त, और यहां तक कि गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
यह चिंताजनक है कि खाद्य विभाग इस मामले में पूरी तरह से लापरवाह है। अभी तक मिलावटखोरी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
इस स्थिति को देखते हुए, नागरिकों से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और मिलावटी मिठाइयों से परहेज करें। केवल विश्वसनीय दुकानों से ही मिठाई खरीदें और मिठाई खरीदने से पहले उसकी गुणवत्ता की जांच अवश्य करें।
यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
- मिठाई खरीदते समय उसकी पैकिंग और लेबलिंग की जांच करें।
- मिठाई की ताजगी और स्वाद पर ध्यान दें।
- यदि आपको मिठाई में कोई मिलावट या खराब होने का संदेह हो तो उसे खरीदने से परहेज करें।
- मिठाई में कलर की मिलावट खूब की जा रही है। इसलिए रंग बिरंगी मिठाई खरीदने से बचें।
- कलर वाली मिठाई को हाथ में लेकर चेक करें। अगर हाथ में रंग नहीं लग रहा है तो रंग की मिलावट नहीं है।
- खोये की पहचान करने के लिए फिल्टर पर आयोडीन की दो ड्राप डालें। अगर रंग काला हो जाए तो इसमें मिलावट होगी।
- मिठाई पर लगे चांदी के वर्क को जलाकर चेक कर लें। अलसी वर्क जलने के बाद छोटी गोलीनुमा बन जाएगा और नकली वर्क ग्रे कलर का जला हुआ कागज जैसा लगेगा।
- दानेदार खोये में मिलावट हो सकती है। शुद्ध खोया एकदम चिकना होता है।