- आवारा पशुओं से मिलेगी बालोतरा शहर को निजात
- जिला कलक्टर के निर्देशानुसार बालोतरा शहर के नजदीकी गौशालाओं में आवारा पशुओं को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है।
- नगर परिषद द्वारा आवारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में स्थानांतरित किया जाएगा।
- गौशाला संचालकों ने आवारा पशुओं को रखने के लिए सहमति प्रदान की है।
- पशुपालकों को अपने पालतू पशुओं को आवारा नहीं छोड़ने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
- पशुपालकों द्वारा पालतू पशुओं को आवारा छोड़ने पर जुर्माना लगाया जाएगा।
बालोतरा शहर में आवारा पशुओं की समस्या लगातार बढ़ रही थी। आवारा पशुओं के कारण आमजन और वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं की घटनाएं भी बढ़ रही थीं। इस समस्या के समाधान के लिए जिला कलक्टर राजेंद्र विजय ने निर्देश दिए कि बालोतरा शहर के नजदीकी गौशालाओं में आवारा पशुओं को स्थानांतरित किया जाए।
इस निर्देश के बाद मंगलवार को उपखंड अधिकारी राजेश कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में नगर परिषद आयुक्त मघराज डूडी, पशुपालन विभाग के प्रतिनिधि और गौशाला संचालक मौजूद थे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि नगर परिषद द्वारा आवारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में स्थानांतरित किया जाएगा। गौशाला संचालकों ने आवारा पशुओं को रखने के लिए सहमति प्रदान की है।
उपखंड अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि नगर परिषद द्वारा आवारा पशुओं को लोडिंग वाहनों से गौशालाओं में स्थानांतरित किया जाएगा। पशु विभाग की टीम द्वारा उक्त छोड़े गये समस्त पशुओं की गौशाला में तत्काल टैगिंग की जाएगी। नगर परिषद की टीम द्वारा गौ शालाओं में छोड़े गये समस्त पशुओं को संबंधित गौशाला संचालकों द्वारा उपखंड कार्यालय की अनुमति के बिना पुनः पशुपालक को नहीं सौंपा जायेगा।
उन्होंने बालोतरा शहर के समस्त पशुपालकों को अपने स्वयं के पालतु पशुओं को सड़को पर आवारा नहीं छोड़ने हेतु नगर परिषद द्वारा माईक एवं समाचार पत्रों व जनप्रतिनिधियों के माध्यम प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि यदि कोई पशुपालक द्वारा अपने पशुओं को आवारा विचरण करने हेतु छोड़ा गया तो पशुओं को पकड़कर गौ शालाओं में भेजा जायेगा एवं संबंधित पशु पालक पर नगर परिषद के प्रावधान अनुसार जुर्माना राशि वसूल की जाएगी।
इस निर्णय से उम्मीद है कि बालोतरा शहर में आवारा पशुओं की समस्या से निजात मिलेगी और आमजन और वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।