बालोतरा के जसोल थाना से मगंलवार रात्रि 10 बजे के आसपास जसोल धाम में चोरी करने के आरोप में दो महिलाओ को जसोल पुलिस द्वारा हिरासत में लिया था कानून के मुताबिक महिलाओं को रात में गिरफ्तार करके जेल नहीं रख सकते है संविधान की धारा 46 की उपधारा 4 में बताया गया है कि एक महिला को सूरज ढलने के बाद और उगने से पहले पुलिस गिरफ्तार नहीं किया जा सकता. अगर किसी कारण महिला को गिरफ्तार करना है तो इस कंडीशन में मजिस्ट्रेट की स्पेशल परमिशन का होना बहुत जरूरी है परन्तु इन महिलाओ को संदिध होने पर पकड़ा गया था पूछताछ के लिए सुबह का इंतजार किया जा रहा था सूत्रों के मुताबिक थाने के पुलिसकर्मियों ने इन महिलाओं को पुलिस थाने के ही एक कमरे में ही बैठा दिया था जिसके बाद दोनों महिलाएं मौका देख कर रात्रि करीबन 4 बजे जसोल पुलिस थाने की दीवार फांद कर फरार हो गई तब तक पुलिस सो कर उठी जब पुलिस की नींद खुली तब तक महिलाएं बहुत दूर जा चुकी थी
पुलिस में अफरा तफरी मच गई
पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए आरोपी महिलाओं की तस्वीरे प्रसारित कर आमजन से फरार आरोपी महिलाओं को ढूढने में सहयोग का आग्रह किया बालोतरा पुलिस ने टीम गठित कर फरार महिलाओ को ढूढने का भरपूर प्रयास किया बुधवार शाम होते -होते यह बात बाड़मेर पुलिस अधीक्षक दिंगत आनंद को पता चली तो SP दिंगत आनंद ने आदेश जारी कर जसोल पुलिस की लापरवाही पर एक हेडकांस्टेबल सहित 3 को निलंबित कर दिया
जिसके बाद बालोतरा डीएसपी नीरज शर्मा एवं जसोल थानाधिकारी डिम्पल कवर की मामले में गंभीरता और कड़ी मशक्कत करने पर आखिर मेहनत रंग लाई और दोनों आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल हुई
सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है की इन आरोपी महिलाओं को राजधानी जयपुर से गिरफ्तार किया गया है