बालोतरा शहर में आवारा सांडों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार शाम को घटी एक हृदयविदारक घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। शहर के प्रतिष्ठित मिठाई व्यवसायी मोतीलाल अग्रवाल (55) की मौत आवारा सांड के हमले में हो गई।
घर से दुकान जाते वक्त हुआ हमला
घटना बालोतरा थाना क्षेत्र के बलदेव जी की पोल की है। रविवार शाम करीब 4 बजे मोतीलाल अग्रवाल अपने घर से भैरू बाजार स्थित मिठाई की दुकान पर जाने के लिए निकले थे। वे जैसे ही घर से लगभग 10 मीटर दूर पहुंचे, पीछे से आए एक सांड ने उन पर अचानक हमला कर दिया।
पूरा घटनाक्रम घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है।
Balotra: आवारा सांड ने ली राहगीर की जान, 5 फीट उछाला pic.twitter.com/wGlVbbtln6
— Ashok Shera (@ashokshera94) September 14, 2025
सांड ने मोतीलाल को सींगों से उठाकर जमीन पर पटक दिया। इस दौरान उनके सिर में गंभीर चोट लगी और वे लहूलुहान हो गए। पूरा घटनाक्रम घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।
चार घंटे तक चला इलाज, लेकिन बच नहीं सके
घटना के बाद आसपास काम कर रहे मजदूरों ने घायल मोतीलाल को तुरंत उठाकर पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। करीब चार घंटे तक डॉक्टरों ने उपचार किया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण रात 8 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।
परिवार ने दर्ज कराई रिपोर्ट
मोतीलाल के बेटे पुनीत अग्रवाल ने इस घटना की रिपोर्ट बालोतरा थाने में दर्ज करवाई। रिपोर्ट में बताया गया कि पिता दोपहर में खाना खाने घर आए थे और आराम करने के बाद दुकान के लिए निकले थे। घर से बाहर निकलते ही इस हादसे का शिकार हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने सुनाया मंजर
प्रत्यक्षदर्शी पड़ोसी जितेंद्र ने बताया कि अचानक हुए इस हमले से पूरा मोहल्ला दहशत में आ गया। लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े और मोतीलाल को अस्पताल पहुंचाया। जितेंद्र ने कहा कि शहर में खुलेआम घूम रहे आवारा पशु लोगों के लिए लगातार खतरा बने हुए हैं। कई बार शिकायतों के बावजूद नगर परिषद इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
प्रतिष्ठित व्यवसायी थे मोतीलाल
मोतीलाल अग्रवाल भैरू बाजार में मिठाई की दुकान चलाते थे और शहर के प्रतिष्ठित मिठाई विक्रेताओं में उनकी गिनती होती थी। उनकी अचानक हुई मौत से परिवार, व्यापारिक वर्ग और पूरे शहर में गहरा शोक व्याप्त है।
प्रशासन पर सवाल
शहरवासियों का कहना है कि आए दिन सांड और आवारा पशुओं के हमले की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन जिम्मेदार विभाग मौन है। इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही को फिर से उजागर कर दिया है। लोग मांग कर रहे हैं कि शहर से आवारा पशुओं को हटाने और उनकी सुरक्षित व्यवस्था करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
यह हादसा सिर्फ एक परिवार का नुकसान नहीं है, बल्कि प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा पूरे समाज को भुगतना पड़ रहा है।
लापरवाह नगर परिषद के खिलाफ मुकदमे की माँग
मोतीलाल के बेटे पुनीत अग्रवाल (30) ने बालोतरा थाने में लिखित रिपोर्ट देकर नगर परिषद की लापरवाही को इस मौत का जिम्मेदार ठहराया। रिपोर्ट में कहा गया है कि शहर में लगातार आवारा सांड घूमते रहते हैं और उनकी शिकायतें कई बार नगर परिषद को दी गईं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
रिपोर्ट का प्रमुख अंश
पुनीत ने रिपोर्ट में लिखा:
“आज दिनांक 14.09.2025 को सांय करीब 4.30 बजे मेरे पिताजी मोतीलाल पुत्र कानमलजी अग्रवाल जब बलदेवजी की पोल की तरफ जा रहे थे तो पीछे से आवारा सांड ने सींगों से उछालकर नीचे गिरा दिया। उन्हें गंभीर चोटें आईं और इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। नगर परिषद, बालोतरा की लापरवाही और बेपरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। आवारा सांडों के संबंध में कई बार शिकायतें दी गईं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अतः कानूनी कार्यवाही करवाई जाए और मेरे पिताजी का पोस्टमार्टम करवाया जाए।”

प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
पड़ोसी जितेंद्र और अन्य लोगों ने बताया कि घटना अचानक हुई और मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। मजदूरों और परिजनों ने मिलकर मोतीलाल को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण वे बच नहीं सके।
प्रतिष्ठित मिठाई विक्रेता थे मोतीलाल
मोतीलाल अग्रवाल भैरू बाजार में मिठाई की दुकान चलाते थे और शहर के प्रतिष्ठित मिठाई विक्रेताओं में उनकी गिनती होती थी। उनकी मौत से पूरे व्यापारिक समुदाय और शहर में गहरा शोक है।
लापरवाह नगर परिषद के खिलाफ मुकदमे की माँग
शहरवासियों और परिजनों ने मांग की है कि नगर परिषद की लापरवाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। लोगों का कहना है कि आवारा पशुओं से संबंधित कई घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन जिम्मेदार विभाग कार्रवाई करने के बजाय मौन साधे हुए है।