- बालोतरा के पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नियमों के विरुद्ध और तय सीमा से अधिक ऊंचाई का स्पीड ब्रेकर बनवाया गया था।
- नियम नहीं है फिर भी एनएच पर बनाए स्पीड ब्रेकर, सुरक्षा मानकों का भी नहीं रखा ख्याल
- ब्रेकर की ऊंचाई ज्यादा होने से वाहनों को नुकसान पहुंच रहा था और आमजन को परेशानी हो रही थी।
- बालोतरा न्यूज़ ने अधिकारियों को निर्देश दिए और स्पीड ब्रेकर की समस्या को बताया।
- कार्यवाही करते हुए सुबह स्पीड ब्रेकर में सुधार किया गया।
नेशनल हाइवे हो या फिर नगरीय निकाय या राजमार्ग, स्पीड ब्रेकर की भरमार है। यही नहीं राष्ट्रीय राजमार्ग में स्पीड ब्रेकर बनाने का नियम नहीं है, पर सुरक्षा के लिहाज से कुछ चिह्नांकित स्थानों पर ब्रेकर बनाए गए हैं, पर उसमें भी मानकों का ख्याल नहीं रखा गया है। अधिकांश स्पीड ब्रेकर में सफेद या पीला पेंट नहीं किया गया है, जिससे बाइक सवार या वाहन चालकों को दिन में दूर से ब्रेकर दिखाई नहीं देते हैं। इससे अक्सर दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
कायदे से कहीं भी स्पीड ब्रेकर बनाने का नियम नहीं है। बेहद जरूरी होने पर पहले यह मामला जिला यातायात सुरक्षा समिति के पास जाता है और अनुमोदन के बाद ही निश्चित मापदंड के अनुरूप ब्रेकर बनवाए जाते हैं।। बालोतरा शहर में राष्ट्रीय राजमार्ग 112 पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर एक ऐसा स्पीड ब्रेकर बनाया गया था उस स्पीड ब्रेकर पर भी सफेद-पीली पट्टी पेंट नहीं की गई है। ब्रेकर तो मानकों से अधिक ऊँचा था । स्पीड ब्रेकर के पहले चेतावनी चिह्न भी नहीं लगा था ॰ इससे चालक जब तक ब्रेकर को देख पाता उससे पहले बाइक उछलकर अनियंत्रित हो जाती थी ,
बालोतरा शहर से जोधपुर की और जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 112 पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर एक स्पीड ब्रेकर बनाया गया था। इस ब्रेकर की ऊंचाई ज्यादा होने से वाहनों को नुकसान पहुंच रहा था और आमजन को परेशानी हो रही थी।
कई लोगों ने इस बारे में शिकायत भी की थी। बालोतरा न्यूज़ के एक पाठक ने शिकायत की कि बुधवार शाम उनकी गर्भवती पत्नी को स्वास्थ्य जांच के लिए जोधपुर ले जाया जा रहा था। रास्ते में पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के सामने से जाते हुए वाहन कमर तोड़ से गुजरने से तेज़ गतिशील झटका लगा, जिसकी वजह से गर्भवती महिला के अंदरूनी चोटें आईं।
बालोतरा न्यूज़ ने इस मामले को गंभीरता से लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए। स्पीड ब्रेकर की समस्या को बताया गया।
कार्यवाही करते हुए सुबह स्पीड ब्रेकर में सुधार किया गया। अब ब्रेकर की ऊंचाई नियमों के अनुसार कर दी गई है।
ये है मानक स्पीड ब्रेकर
स्पीड ब्रेकर के लिए इंडियन रोड कांग्रेस की गाइडलाइन के अनुसार स्पीड ब्रेकर की अधिकतम ऊंचाई 4 इंच होनी चाहिए। ब्रेकर के दोनों ओर 2-2 मीटर का स्लोप दिया जाए ताकि वाहन स्लो होकर बगैर झटका खाए निकल जाए। 6 से 8 इंच तक ऊंचाई वाले और बगैर स्लोप के ब्रेकर नहीं बनाए जाने चाहिए। स्पीड ब्रेकर के पहले चेतावनी चिह्न लगे होने चाहिए। साथ ही ब्रेकर में सफेद या पीला पेंट एवं रेडियम होना चाहिए, जिससे दिन एवं रात में ब्रेकर दूर से ही वाहन चालकों को नजर आ जाए।
विश्लेषण:
नियमों के विरुद्ध बनाए गए स्पीड ब्रेकर से आमजन को परेशानी हो रही थी। बालोतरा न्यूज़ ने इस मामले को उठाकर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया और समस्या का समाधान कराया।
यह एक सकारात्मक पहल है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि भविष्य में नियमों का पालन करते हुए ही स्पीड ब्रेकर बनाए जाएंगे।