बालोतरा (राजस्थान):
राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र में बसे बालोतरा शहर का “ब” भाग इन दिनों सड़कों की बदहाली को लेकर चर्चा में है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि यह कहना कठिन हो गया है कि सड़क में गड्ढा है या गड्ढों में कहीं-कहीं सड़क बची हुई है।
🔻 गंदे नाले के बाद वाली कॉलोनी की दुर्दशा:
गंदे नाले के पार स्थित कॉलोनी में स्थिति और भी भयावह है। यहां पर तो आज तक डामरीकरण का काम हुआ ही नहीं। सड़क की जगह मिट्टी और गिट्टी का मैदान है, जो बरसात के मौसम में दलदल में तब्दील हो जाता है।

💸 सुविधा शुल्क वसूली, सुविधाएं गायब:
स्थानीय निवासियों ने बताया कि नगर परिषद ने पट्टे जारी करते समय “सुविधा शुल्क” के नाम पर प्रति व्यक्ति हजारों से लेकर लाखों रुपये तक वसूले, लेकिन बदले में सड़क, सीवरेज और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पाई हैं।
“हमने पूरी फीस दी है, पट्टा भी मिला है, लेकिन बुनियादी सुविधाएं नहीं। नगर परिषद को सिर्फ पैसा चाहिए, जनता जाए भाड़ में!” – एक स्थानीय निवासी की नाराजगी
🌧️ बारिश ने खोली पोल:
कुछ दिन पहले हुई हल्की बारिश ने नगर परिषद के कामकाज की पोल खोल दी। सड़कें जलभराव से लबालब भर गईं, गड्ढे और भी गहरे हो गए। अब जबकि मानसून आने वाला है, क्षेत्रवासियों को डर सता रहा है कि भारी बारिश के दौरान स्थिति और भी बदतर हो जाएगी।
🚧 विकास कार्य कागजों में सीमित:
शहर के अन्य हिस्सों में दिखावे के कुछ विकास कार्य जरूर किए गए हैं, लेकिन “ब” भाग के निवासियों के अनुसार, उनके क्षेत्र को योजनाओं से जानबूझकर अनदेखा किया जा रहा है।
🗣️ लोगों की माँग:
- तुरंत डामर सड़क का निर्माण कराया जाए
- बारिश से पहले जल निकासी की व्यवस्था की जाए
- सुविधा शुल्क वसूली की पारदर्शिता पर जवाबदेही तय हो
- वार्ड पार्षदों और संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए
❗ सवाल यह है:
क्या नगर परिषद सिर्फ सुविधा शुल्क वसूलने तक सीमित है? या फिर वह वास्तव में नागरिकों की बुनियादी जरूरतों पर भी ध्यान देगी?
👉 अगर आपने भी बालोतरा की ऐसी ही किसी सड़क या कॉलोनी की तस्वीरें या अनुभव साझा करना है, तो हमें भेजें – आपकी आवाज़ बनेगी बदलाव की शुरुआत।