बालोतरा, राजस्थान: गौर गौर घूमती ईशर पूजे पार्वती… भवर म्हाने पूजन दयो गणगौर… जैसे गीतों के साथ गंगौर पूजन का उत्साह चरम पर है। शहर में महेश्वरी समाज की 11 और अग्रवाल समाज की 25 नवविवाहित महिलाएं 16 दिवसीय गणगौर पूजन कर रही हैं।
होली के दूसरे दिन शुरू हुए इस पर्व में महिलाएं अपने सुहाग की रक्षा और पति की लंबी आयु के लिए भगवान शिव और माता पार्वती के प्रतीक ईशर ग्वर की प्रतिदिन पूजा अर्चना करती हैं। 16 श्रृंगार में सजी-धजी महिलाएं ढोल नगाड़े के साथ गणगौर, गुड़ला गीत गाते हुए शहर के मंदिरों में पूजा करती हैं।
सोमवार को गाजे-बाजे के साथ लाए गए गुड़ला की विधिवत पूजा अर्चना के बाद मंगलवार से घर-घर गुमेगा। लवीना डागा ने बताया कि गणगौर पूजन महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दौरान महिलाएं अपनी मायके में आकर सामाजिक और सांस्कृतिक रिश्तों को मजबूत करती हैं।