बालोतरा में इन दिनों आई फ्लू का कहर बरपा हुआ है. अस्पतालों में आई फ्लू के मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. आई फ्लू एक संक्रामक बीमारी है जो आंखों को प्रभावित करती है. यह बीमारी वायरस, बैक्टीरिया या एलर्जी के कारण हो सकती है.
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आई फ्लू या पिंक आई के नाम से जानी जाने वाली यह बीमारी कंजंक्टिवाइटिस है। आई फ्लू वैसे तो ज्यादा खतरनाक बीमारी नहीं है, लेकिन आंखों में होने के कारण ये कष्टदायक होती है। यह आम वायरल की तरह है, लेकिन यह बैक्टिरियल भी होता है। जब भी मौसम बदलता है, यह अपना असर दिखाता है। यह ज्यादातर धूल भरे मौसम में या नर्म और गर्म मौसम में फैलता है। वायरस, बैक्टीरिया फंगस के संक्रमण की वजह से आई फ्लू होता है।
क्या है कंजंक्टिवाइटिस
कंजंक्टिवाइटिस में आंखों में जलन होती है। आमतौर पर यह एक एलर्जिक रिएक्शन की वजह से होता है। लेकिन कई मामलों में बैक्टीरिया का संक्रमण भी इसके लिए जिम्मेदार होता है। श्वसन तंत्र या नाक-कान अथवा गले में किसी तरह के संक्रमण के कारण वायरल कंजंक्टिवाइटिस हो जाता है। इस संक्रमण की शुरुआत एक आंख से ही होती है, लेकिन जल्द ही दूसरी आंख भी इसकी चपेट में जाती है।
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आई फ्लू के लक्षण
इस फ्लू कोई भी आसानी से पहचान सकता है. दरअसल, नीचे दिए गए लक्षणों में सो कोई भी दिखे तो समझ सकते हैं कि इस बीमारी के संक्रमण से आप जूझ रहे है.
- आंखों में लालिमा
- आंखों से पानी आना
- आंखों में सूजन
- आंखों में जलन
- आंखों में धुंधलापन
- आंखों से पानी बहना
- आंखों का लाल होना
- आंखों में सफेद रंग का कीचड़ आना
- आंखों में खुजली और दर्द होना
आई फ्लू का उपचार
- आई फ्लू का कोई विशेष उपचार नहीं है. लेकिन कुछ घरेलू उपचारों से इस बीमारी के लक्षणों को कम किया जा सकता है.
- आंखों को ठंडे पानी से धोएं.
- आंखों पर ठंडे compress लगाएं.
- आंखों में कृत्रिम आंसू डालें.
- आंखों को खुजलाने से बचें.
- साफ-सफाई का ध्यान रखें.
- दूसरों के साथ आंखों के संपर्क से बचें.
यदि आपको आई फ्लू के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.
आई फ्लू से बचाव
- साफ-सफाई का ध्यान रखें.
- दूसरों के साथ आंखों के संपर्क से बचें.
- हाथों को बार-बार धोएं.
- आंखों में कृत्रिम आंसू डालें.
- धूल और धुएं से दूर रहें.
- धूम्रपान न करें.
- तनाव से दूर रहें.
- टीवी या मोबाइल देखने से बचें
- आंखों को बार-बार छूने से बचें
- पीड़ित व्यक्ति काला चश्मा पहनकर रखे
- आंखों को छूने के बाद साबुन से हाथ धोना न भूलें
- किसी से भी आई टू आई कांटेक्ट न बनाएं
आई फ्लू एक संक्रामक बीमारी है, लेकिन इससे बचा जा सकता है. साफ-सफाई का ध्यान रखकर और दूसरों के साथ आंखों के संपर्क से बचकर आप आई फ्लू से खुद को बचा सकते हैं.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है. समस्या होने पर विशेषज्ञ से सलाह जरुर लें.)