राजस्थान के बालोतरा जिले के बालोतरा-सिणधरी मेगा हाईवे पर बुधवार देर रात एक ऐसा भीषण सड़क हादसा हुआ जिसने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। सिणधरी थाना क्षेत्र के सड़ा गांव के पास तेज रफ्तार ट्रेलर और स्कॉर्पियो की आमने-सामने जबरदस्त भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों वाहनों में तुरंत आग लग गई और कुछ ही मिनटों में लपटों ने दोनों वाहनों को पूरी तरह घेर लिया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि आसपास पहुंचने वालों को भी पास जाने में डर लग रहा था। स्कॉर्पियो में सवार युवक आग की चपेट में आ गए और बाहर निकलने का कोई मौका नहीं मिला।

हादसे की सूचना मिलते ही सिणधरी पुलिस थाना, दमकल विभाग, और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। एसपी रमेश कुमार और कलेक्टर सुशील कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। दमकल विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक स्कॉर्पियो में सवार चार युवकों की मौके पर ही जलने से मौत हो चुकी थी।
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर बालोतरा जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। शवों की पहचान डीएनए जांच से की जाएगी क्योंकि वे पूरी तरह जल चुके थे।
आमने-सामने की भिड़ंत के बाद लगी आग
राजस्थान के बालोतरा जिले के बालोतरा-सिणधरी मेगा हाईवे पर बुधवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया। सड़ा गांव के पास एक तेज रफ्तार ट्रेलर और स्कॉर्पियो की आमने-सामने जोरदार टक्कर हुई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों में तुरंत आग लग गई और कुछ ही मिनटों में दोनों जलते हुए आग के गोले बन गए।
ट्रेलर चालक ने दिखाई इंसानियत, बचाई एक की जान
गंभीर हादसे के बीच ट्रेलर चालक ने अद्भुत साहस और इंसानियत की मिसाल पेश की। अपनी जान जोखिम में डालते हुए उसने जलती स्कॉर्पियो के चालक को बाहर खींचने की कोशिश की और एक युवक की जान बचाने में सफल रहा। इस बीच आसपास के ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे और घायलों को निकालने में मदद की।
घायल युवक को तुरंत सिणधरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए जोधपुर रेफर किया गया। घायल की पहचान दिलीप सिंह के रूप में हुई है।
चार युवकों की जिंदा जलने से मौत, डीएनए जांच से होगी पहचान
टक्कर के बाद लगी आग इतनी विकराल थी कि स्कॉर्पियो के दरवाजे जाम हो गए और चार युवक अंदर ही फंस गए। कुछ ही मिनटों में स्कॉर्पियो पूरी तरह जल गई। चारों शव इस कदर जल चुके थे कि उनकी पहचान संभव नहीं हो पाई। पुलिस ने बताया कि डीएनए जांच के बाद ही मृतकों की शिनाख्त की जाएगी।
मृतकों की पहचान (संभावित)
मृतक सभी गुड़ामालानी के डाबड़ गांव के निवासी थे, जो किसी काम से सिणधरी आए थे और रात में वापस लौट रहे थे। हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान इस प्रकार बताई जा रही है:
- मोहन सिंह (35) पुत्र धूड सिंह
- शम्भू सिंह (20) पुत्र दीप सिंह
- पांचाराम (22) पुत्र लुम्बाराम
- प्रकाश (28) पुत्र सांपाराम
इनके साथ स्कॉर्पियो का चालक दिलीप सिंह गंभीर रूप से घायल हुआ, जिसे जोधपुर रेफर किया गया है।


अफसरों और फायर टीम ने मौके पर लिया जायजा
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। जिला कलेक्टर सुशील कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक रमेश, एडीएम भुवनेश्वर सिंह चौहान, डिप्टी निरज शर्मा, एसडीएम समंदर सिंह भाटी, सीएमएचओ वाकाराम चौधरी और परिवहन अधिकारी मौके पर पहुंचे।
RGT कंपनी और नगर परिषद की फायर ब्रिगेड टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक स्कॉर्पियो में फंसे चारों युवकों की मौत हो चुकी थी।
परिवारों में मचा कोहराम, गांव में छाया मातम
हादसे की सूचना मिलते ही मृतकों के परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे। जले हुए वाहन और पोटलियों में रखे अवशेष देखकर परिजन बिलख पड़े। पूरा गुड़ामालानी क्षेत्र शोक में डूब गया है। चार जवानों की असमय मृत्यु ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है।
तेज रफ्तार और लापरवाही बनी हादसे की वजह
प्रारंभिक जांच में पुलिस ने तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही को हादसे का मुख्य कारण बताया है। फिलहाल ट्रेलर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच शुरू कर दी गई है। एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया गया है ताकि दुर्घटना के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।
हादसे की श्रृंखला ने बढ़ाई चिंता
गौरतलब है कि कुछ ही दिनों पहले राजस्थान के जैसलमेर बस अग्निकांड में कई लोगों की मौत हुई थी, और अब बालोतरा जिले में इस दर्दनाक सड़क हादसे ने एक बार फिर राज्य की सड़क सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मंजर
घटनास्थल के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। दोनों वाहन पूरी तरह जलकर राख में तब्दील हो गए हैं। लोग प्रशासन से सख्त कदम उठाने और हाईवे पर निगरानी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।









