राजस्थान पुलिस की अपराध पर नकेल कसने की मुहिम “ऑपरेशन वज्र प्रहार” के अंतर्गत बालोतरा जिले में अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही को अंजाम देते हुए पुलिस ने हथियार तस्करी के अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस अभियान में 11 अवैध देशी पिस्टल, 17 मैगजीन और 15 जिन्दा कारतूस बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपी:
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में गणपतसिंह, जितेन्द्रसिंह, चुतराराम, सचिन उर्फ सुखा और केसरीचन्द शामिल हैं। इसके अतिरिक्त एक विधि से संघर्षरत किशोर को भी पुलिस संरक्षण में लिया गया है, जिसके विरुद्ध पूर्व में दो आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।

पुलिस अधीक्षक का बयान:
हरी शंकर, आईपीएस, पुलिस अधीक्षक, बालोतरा ने बताया कि यह कार्रवाई राज्य सरकार एवं पुलिस मुख्यालय की मंशानुसार तथा महानिरीक्षक श्री विकास कुमार (आईपीएस), जोधपुर रेंज के निर्देश पर की गई। जिला स्पेशल टीम और थानों की संयुक्त मुहिम ने हथियार तस्करों के नेटवर्क को बेनकाब कर भारी मात्रा में अवैध हथियार जब्त किए।
कार्रवाई का विवरण:
थाना कल्याणपुर:
17 अप्रैल को मिली पुख्ता सूचना के आधार पर पुलिस ने कल्याणपुर कस्बे में छापा मारा और गणपतसिंह (22 वर्ष) और एक किशोर को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से 7 देशी पिस्टल, 12 मैगजीन व 11 जिन्दा कारतूस बरामद हुए। आरोपी मध्यप्रदेश से हथियार लाकर राजस्थान में नशा व शराब तस्करों को सप्लाई करता था।

थाना बालोतरा:
19 अप्रैल को थर्ड फाटक, खेड़ रोड पर दबिश देकर जितेन्द्रदान (28 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया। उसकी जेब से 1 पिस्टल व 4 कारतूस बरामद हुए। आरोपी से अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त की जानकारी जुटाई जा रही है।
थाना पचपदरा – कार्रवाई 1:
पचपदरा स्थित पुरोहित जी होटल के सामने एक कॉलोनी से चुतराराम को दबोचा गया, जिसके पास से 1 पिस्टल मय मैगजीन मिली। आरोपी रिफाइनरी क्षेत्र में ठेकेदारी करता था और दबदबा बनाने के लिए हथियार रखता था।

थाना पचपदरा – कार्रवाई 2:
साइबर सैल द्वारा प्राप्त सूचना पर सचिन उर्फ सुखा व केसरीचंद को भारत माला रोड स्थित एक निर्माणाधीन रेस्ट हाउस से पकड़ा गया। उनके पास से 2 देशी पिस्टल, 2 मैगजीन बरामद हुई। पूछताछ में उन्होंने हथियार सुरेश विश्नोई नामक व्यक्ति से खरीदने की बात कबूली। घटनास्थल से बिना नंबर की अपाची मोटरसाइकिल भी बरामद की गई।
तरीका-ए-वारदात और नेटवर्क का खुलासा:
गिरफ्तार आरोपी मध्यप्रदेश के अंतरराज्यीय तस्करों से संपर्क कर हथियार खरीदते और उन्हें नशा एवं शराब तस्करों को बेचते थे। ये हथियार नाकाबंदी तोड़ने, पुलिस पर फायरिंग और आमजन में भय फैलाने के लिए इस्तेमाल होते थे। पुलिस द्वारा चार माह से इनकी गतिविधियों पर गुप्त निगरानी रखी जा रही थी, जिसके बाद यह बड़ी सफलता मिली।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका:
इस बड़ी कार्रवाई में हेडकानि. गोमाराम, कानि. मोहनलाल, मेघाराम, जोगाराम व अशोक कुमार की विशेष भूमिका रही, जिनकी सजगता व तत्परता से यह सफलता संभव हुई।
जिला पुलिस का यह प्रयास न केवल हथियार तस्करों के मनोबल को तोड़ता है, बल्कि आमजन में सुरक्षा का विश्वास भी मजबूत करता है। ‘ऑपरेशन वज्र प्रहार’ बालोतरा जिले में अपराधमुक्त समाज की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है।