बालोतरा के कनाना गांव में एक प्रेरणादायक पहल देखने को मिली है, जहां प्रवासी व्यापारी जवाहर गणधर चौपड़ा के पुत्रों ने अपनी मां पुष्पा देवी की प्रेरणा से गांव में अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण किया है। इस अस्पताल का उद्घाटन आज शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी और अन्य अतिथियों द्वारा किया जाएगा।
पिता का सपना, बेटों की मेहनत
जवाहर गणधर चौपड़ा, जो वर्षों पहले व्यापार के लिए दक्षिण भारत चले गए थे, ने अपने गांव के लिए कुछ करने का सपना देखा था। 1998 में उनके देहांत के बाद उनके बेटों दिलीप और बसंत ने अपनी मां पुष्पा देवी की प्रेरणा से इस सपने को साकार करने का निश्चय किया। उन्होंने गांव के कमजोर तबके के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से अस्पताल बनाने की योजना बनाई।
करोड़ों की लागत से तैयार अस्पताल
चोपड़ा परिवार द्वारा दान की गई जमीन पर 6 बीघा में करीब 3 करोड़ रुपये की लागत से इस अस्पताल का निर्माण किया गया है। इस अस्पताल के बनने से कनाना, पारलू, सराणा, जेठन्तरी सहित अन्य गांवों के लोगों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी।
उद्घाटन समारोह
आज आयोजित लोकार्पण समारोह में विधायक अरुण चौधरी और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी के साथ अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में इस नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन होगा। इसके साथ ही कल शोभायात्रा और विधिवत पूजा अर्चना भी आयोजित की जाएगी।
जन सहभागिता योजना
इस पहल को सरकार की जन सहभागिता योजना के तहत अंजाम दिया गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार और सुधार संभव हो सका है।
निस्वार्थ सेवा का उदाहरण
चोपड़ा परिवार का यह कदम न केवल उनके पिता के सपने को साकार करता है बल्कि यह निस्वार्थ सेवा और अपनी जन्मभूमि के प्रति कृतज्ञता का उत्कृष्ट उदाहरण भी है। उनकी इस पहल से न केवल गांव के लोगों को चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि यह अन्य प्रवासियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
इस प्रकार, चोपड़ा परिवार ने यह साबित कर दिया है कि इंसान कितना भी बड़ा क्यों न बन जाए, वह अपनी जन्मभूमि को कभी नहीं भूलता। उनके इस प्रयास से गांव के लोग बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे और उनका जीवन स्तर सुधरेगा।