आगजनी की घटना
तिलवाड़ा स्थित रावल मल्लिनाथ जी के मंदिर के पास आग लगने की घटना सामने आई है। पीड़ित छैलनाथ गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि यह आग जानबूझकर लगाई गई थी, जिससे उनके रहवासी घर और उनके पूर्वजों की समाधियों को नुकसान पहुंचाया जा सके और पर कब्जा किया जा सके । घटना के 1 घंटे बाद अग्निशमन वाहन मौके पर पहुंचा।
मंदिर पर कब्जे का आरोप
छैलनाथ गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि जसोल धाम ट्रस्ट मंदिर पर कब्जा करना चाहता है, जबकि यह मंदिर सैकड़ों वर्षों से गांववासियों द्वारा संचालित और सुरक्षित था । उन्होंने बताया कि आगजनी की घटना से पहले सुबह ट्रस्ट के कुछ लोग आए थे और धमकी देकर गए थे। शाम को रहवासी घर की चारदीवारी में आग लगा दी गई।
बालोतरा जिले के तिलवाड़ा में चेलनाथ पुत्र श्री पदमनाथ गोस्वामी के रहवासी घर में भू माफिया कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा आग लगाने की घटना बहुत दुःखद व निंदनीय है।
भूमाफियायों द्वारा गोस्वामी समाज की समाधियों पर भी कब्जा किया जा रहा है इस तरीके की दिनदहाड़े घटना कारित करना पुलिस और… pic.twitter.com/7cV1wbD8pr
— Ummeda Ram Beniwal (@UmmedaRamBaytu) June 11, 2024
पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता
पीड़ित ने कई बार पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मंदिर में पूजा चेलनाथ गोस्वामी का परिवार करता था एक वर्ष पहले ट्रस्ट के द्वारा पीड़ित को धमकियां दी और मंदिर पर कब्जे कर दिया । अब मंदिर का दायरा बढ़ाने के प्रयास के चलते हर महीने पीड़ित से लड़ाई-झगड़े हो रहे हैं।
प्रशासन की भूमिका पर सवाल
प्रशासन की निष्क्रियता और पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज न करने की वजह से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। पीड़ित का आरोप है कि रसूखदारों के सामने प्रशासन नतमस्तक है और पीड़ितों की सुनवाई नहीं हो रही है।
इस मामले में अपडेट
तिलवाड़ा मल्लिनाथ मंदिर के समीप आग लगने का हुआ खुलासा, आरोपों का हुआ खण्डन
तिलवाड़ा मल्लिनाथ मंदिर के समीप आग लगने की घटना में महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने मामले की तह तक पहुंचने में सफलता पाई है।
गाँव की ही एक महिला को आगजनी की घटना में संलिप्त पाया गया है। यह खुलासा तब हुआ जब शिकायतकर्ता छैलनाथ गोस्वामी ने जसोल धाम ट्रस्ट पर आगजनी का आरोप लगाया था और पुलिस थाना जसोल में शिकायत दर्ज कराई थी।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
सीसीटीवी फुटेज की जांच में यह बात सामने आई कि आग लगाने की घटना को अंजाम देने वाली महिला शिकायतकर्ता के परिवार से बताई जा ही है। फुटेज के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए महिला को दस्तयाब कर लिया है।
10.06.24 को थाना जसोल के तिलवाड़ा में छैलनाथ गोस्वामी के रहवासी मकान को कुछ समाजकंटकों द्वारा आग लगाने की सूचना पर तत्परता से पुलिस प्रशासन अधिकारी मौके पर पहुंच निरीक्षण कर जांच पर मालूम हुआ कि शिकायतकर्ता के परिवार की महिला द्वारा आग लगाई गई है। अतः उक्त सूचना/खबर झूठी पाई गई।
— Balotra Police (@SP_Balotra) June 12, 2024
छैलनाथ गोस्वामी के आरोपों का खण्डन
छैलनाथ गोस्वामी द्वारा जसोल धाम ट्रस्ट पर लगाए गए आरोपों का खण्डन करते हुए सीसीटीवी फुटेज ने सच्चाई उजागर कर दी है। अब यह स्पष्ट हो गया है कि आगजनी की घटना में ट्रस्ट का कोई हाथ नहीं है।
पुलिस की कार्यवाही और प्रेस नोट
पुलिस द्वारा महिला को दस्तयाब करने के बाद पूरे मामले का खुलासा पुलिस प्रेस नोट के जरिए किया जाएगा। इस घटना ने गाँव में सनसनी फैला दी है और लोग अब पुलिस की आधिकारिक बयान का इंतजार कर रहे हैं।