बालोतरा, 7 जून 2025। आदर्श विद्या मंदिर, मांजीवाला (बालोतरा) में जोधपुर प्रांत के शालेय विद्यार्थियों के लिए आयोजित बीस दिवसीय संघ शिक्षा वर्ग का शुक्रवार को दीक्षांत समारोह के साथ भव्य समापन हुआ। 22 मई 2025 को प्रारंभ हुए इस वर्ग का समापन उत्साह, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत वातावरण में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता ने कहा कि संघ द्वारा बताए गए पंचपरिवर्तन को अपनाकर भारत एक बार फिर विश्व गुरु के पद पर आसीन होगा।

शारीरिक और मानसिक कौशल का अद्भुत प्रदर्शन
समापन समारोह के अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके स्वयंसेवक शिक्षार्थियों ने दंड युद्ध, नियुद्ध, योग व्यायाम, सामूहिक समता, तथा घोष (बैंड) वादन जैसे शारीरिक व मानसिक अनुशासन के विविध आयामों का शानदार प्रदर्शन किया। उनके अनुशासित और समन्वित प्रदर्शन ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया और भारतीय संस्कृति में निहित संगठन और अनुशासन के महत्व को रेखांकित किया।

मुख्य वक्ता का उद्बोधन: ‘पंचपरिवर्तन’ से मानवता का कल्याण
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं राजस्थान क्षेत्र के सह क्षेत्र कार्यवाह, श्री गेंदालाल ने अपने उद्बोधन में संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार का स्मरण करते हुए कहा, “डॉक्टर हेडगेवार एक जन्मजात देशभक्त थे, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भाग लिया और यह समझा कि एक संगठित, गुणसंपन्न और सामर्थ्यशाली समाज ही राष्ट्र को प्रगति के पथ पर ले जा सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “संघ द्वारा निर्दिष्ट ‘पंच परिवर्तन’ – विचार, आचार, व्यवहार, संस्कार और कार्यपद्धति – को आत्मसात करके ही भारत पुनः विश्व गुरु के अपने गौरव को प्राप्त करेगा और संपूर्ण मानवता का कल्याण सुनिश्चित करेगा।”
अतिथियों ने की सराहना, बढ़ाया उत्साह
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, भारत के संयुक्त राष्ट्र संघ प्रतिनिधि, रावत त्रिभुवन सिंह ने शिक्षार्थियों के प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए कहा, “यह देखकर अत्यंत हर्ष हो रहा है कि इतनी कम अवधि के प्रशिक्षण में इन बालकों ने इतना उत्कृष्ट कौशल और अनुशासन प्राप्त किया है। इस प्रकार के प्रशिक्षण से तैयार हुए युवा भविष्य में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी विषम परिस्थितियों में भी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्र सेवा के लिए तत्पर रहेंगे।”

इस अवसर पर रणजीत आश्रम (बालोतरा) के महामंडलेश्वर अमृतराम महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा, “माँ भारती के सपूतों द्वारा किया जा रहा यह पावन कार्य भारतीय संस्कृति से सुसंस्कारित, गुणसंपन्न और सेवा-भाव से ओतप्रोत पीढ़ी का निर्माण कर रहा है, जो राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला है।”
प्रशिक्षण का सफल आयोजन
वर्ग के कार्यवाह श्री नरेंद्र कुमार यादव ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस आवासीय प्रशिक्षण वर्ग में जोधपुर प्रांत के 21 जिलों के 235 स्थानों से कुल 394 शिक्षार्थियों ने भाग लिया। इनके प्रशिक्षण के लिए 51 शिक्षक, 74 प्रबंधक और 19 जिला प्रमुखों ने अपना अमूल्य समय और योगदान दिया। वर्ग के दौरान शिक्षार्थियों को अखिल भारतीय कुटुंब प्रबोधन संयोजक रविंद्र शंकर जोशी, क्षेत्र कार्यवाह निंबाराम, और प्रांत प्रचारक विजयानंद जैसे वरिष्ठ पदाधिकारियों का मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ।

अंत में, बालोतरा जिला संघचालक डॉ. जी.आर. भील ने सभी अतिथियों, शिक्षकों, प्रबंधकों और सहयोगी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। इस गरिमामयी समारोह में वर्ग के सर्वाधिकारी डॉ. खगेन्द्र, सह प्रांत प्रचारक राजेश कुमार, तथा प्रांत व क्षेत्र के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम केवल एक प्रशिक्षण का समापन नहीं, बल्कि राष्ट्रनिर्माण की दिशा में एक सशक्त पहल थी, जिसने युवाओं में आत्मविश्वास, अनुशासन और सेवा का भाव जागृत किया।