बालोतरा, राजस्थान – बालोतरा जिला विशेष टीम (DST) और थाना सिवाना की टीमों ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया। मंगलवार को एक मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस टीमों ने फुलण क्षेत्र की एक रहवासी ढाणी में छापेमारी की और 32.680 किलोग्राम अवैध डोडा पोस्त, 1.350 किलोग्राम अफीम का दूध और 670 ग्राम अवैध निर्मित अफीम बरामद की, जिनकी कुल बाजार कीमत लगभग 9 लाख रुपए आंकी गई है।
छापेमारी और बरामदगी का विवरण
पुलिस अधीक्षक कुंदन कंवरिया ने बताया कि यह छापेमारी नीरज शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक सिवाना के सुपरविजन में की गई थी। DST बालोतरा और थाना सिवाना की टीमों ने मिलकर सुबह-सवेरे फुलण क्षेत्र की रहवासी ढाणी में दबिश दी। तलाशी के दौरान ढाणी के बैठक रूम में तीन प्लास्टिक के कट्टों में 32.680 किलोग्राम डोडा पोस्त, एक थैली में 1.350 किलोग्राम अफीम का दूध और दूसरी थैली में 670 ग्राम अवैध निर्मित अफीम बरामद की गई।
तस्करी में इस्तेमाल किए जाने वाले एक बड़ा और एक छोटा इलेक्ट्रॉनिक कांटा भी जब्त किया गया। साथ ही, ग्राहकों को मादक पदार्थ की पैकिंग के लिए इस्तेमाल की जा रही प्लास्टिक की थैलियां भी बरामद हुईं।
गिरफ्तारी और तस्करी में प्रयुक्त वाहन जब्त
पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल सुरेश कुमार पुत्र विरधाराम विश्नोई, उम्र 22 वर्ष, निवासी फुलण को गिरफ्तार किया। उसके पास से तस्करी में प्रयुक्त क्रेटा कार (नंबर GJ 01 RM 4910) भी जब्त की गई। सुरेश ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह इस मादक पदार्थ को व्यापार के उद्देश्य से खरीद-फरोख्त में इस्तेमाल कर रहा था।
प्रकरण दर्ज और आगे की कार्यवाही
इस संबंध में थाना समदड़ी में प्रकरण दर्ज किया गया है और आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस अवैध मादक पदार्थ की आपूर्ति कहां की जा रही थी और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य तस्करों की पहचान के लिए अनुसंधान जारी है।
पुलिस अधीक्षक का बयान
पुलिस अधीक्षक कुंदन कंवरिया ने इस सफलता को टीम की कुशलता और सटीकता का परिणाम बताया और कहा कि जिले में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को दें ताकि ऐसे अपराधों पर समय रहते रोक लगाई जा सके।
निष्कर्ष
यह छापेमारी बालोतरा जिले में अवैध मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ पुलिस की एक बड़ी जीत मानी जा रही है। पुलिस की इस त्वरित कार्यवाही से इलाके में अवैध मादक पदार्थों के व्यापार पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।