बालोतरा (जसोल)। शनिवार रात मुंगड़ा रोड स्थित इंडियन गैस एजेंसी के पास कबाड़ में आग लगने से बड़ा हादसा होते-होते टल गया। कबाड़ में पड़ी गैस टंकियों में धमाके होने से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। घटना में तीन लोग झुलस गए, जिन्हें गंभीर हालत में जोधपुर रेफर किया गया।
घटना का विवरण
शनिवार रात करीब 11:30 बजे जसोल थाना क्षेत्र के मुंगड़ा रोड पर स्थित इंडियन गैस एजेंसी के पास कबाड़ में आग लगने की सूचना मिली। आग इतनी तेजी से फैली कि उसने पास पड़ी तीन गैस टंकियों को अपनी चपेट में ले लिया। इसके बाद एक-एक कर तीन जोरदार धमाके हुए।
धमाकों से आसपास के लोग भयभीत हो गए। धमाके के कारण पत्थर और कबाड़ के टुकड़े आसपास गिरने लगे, जिनमें से कुछ गैस गोदाम के बाहर खड़ी पिकअप पर जा गिरे। गनीमत रही कि पिकअप में भरे गैस सिलेंडर तक आग नहीं पहुंची, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
घायलों का हाल
आग की चपेट में आने से भुट्टे खान (31), रसूल खान (25), और बाबू खान (30), तीनों निवासी जैसलमेर गंभीर रूप से झुलस गए। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने तत्काल उन्हें 108 एंबुलेंस और निजी वाहनों की मदद से बालोतरा के नाहटा अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें गंभीर हालत में जोधपुर रेफर कर दिया गया।
आग बुझाने में आधे घंटे की मशक्कत
घटना की सूचना पर नगर परिषद और सीईटीपी की दमकल टीमें मौके पर पहुंचीं। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। दमकल अधिकारियों के अनुसार, आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है और मामले की जांच की जा रही है।
घटना का वीडियो आया सामने
घटना का एक 1 मिनट 26 सेकंड का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें तीन धमाके स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। पहले 5 सेकंड में पहला धमाका हुआ, उसके 10 सेकंड बाद दूसरा और 40 सेकंड बाद तीसरा धमाका हुआ। धमाकों के बाद मौके पर भगदड़ मच गई और लोग जान बचाने के लिए भागते नजर आए।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
जसोल थाना अधिकारी चंद्र सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल की टीम मौके पर पहुंच गई थी। आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन धमाकों के कारण क्षेत्र में दहशत का माहौल है। फिलहाल आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
गैस एजेंसी के पास सुरक्षा को लेकर सवाल
इंडियन गैस एजेंसी के पास कबाड़ का पड़ा होना और उसमें गैस टंकियों का होना सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। स्थानीय लोगों ने इस घटना के बाद गैस एजेंसी और प्रशासन से क्षेत्र में सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने की मांग की है।
बालोतरा के जसोल थाना क्षेत्र के मूंगड़ा रोड पर स्थित इंडियन गैस एजेंसी के पास शुक्रवार रात एक बड़ा हादसा टल गया। गैस गोदाम की दीवार के पास रखे कबाड़ में अचानक आग लगने से आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया। कबाड़ में मौजूद गैस टंकियों तक आग पहुंचने से एक के बाद एक तीन धमाके हुए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। गनीमत रही कि आग गैस गोदाम के सिलेंडरों तक नहीं पहुंची, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
आग की घटना और जांच
जसोल थाना अधिकारी चंद्र सिंह के अनुसार, शुक्रवार रात करीब 11:30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि इंडियन गैस एजेंसी के पास कबाड़ में आग लग गई है। सूचना पर पुलिस और दमकल की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है और मामले की जांच जारी है।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक, इंडियन गैस एजेंसी के गोदाम के सामने एचपी गैस का भी गोदाम है। शुक्रवार रात कबाड़ में आग लगने के दौरान उसमें रखी गैस की तीन टंकियां आग की चपेट में आ गईं। आग की लपटों के बीच गैस टंकियों में विस्फोट हो गया। धमाकों से आसपास के पत्थर उड़कर गैस गोदाम के बाहर खड़ी पिकअप पर गिरे, जिसमें गैस सिलेंडर भरे हुए थे। गनीमत रही कि सिलेंडरों तक आग नहीं पहुंची, वरना स्थिति और भयावह हो सकती थी।
घायलों की स्थिति गंभीर
इस हादसे में भुट्टे खान (31), रसूल खान (25), और बाबू खान (30) निवासी जैसलमेर झुलस गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत 108 एंबुलेंस और निजी वाहन की मदद से तीनों को बालोतरा के नाहटा अस्पताल पहुंचाया, जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए जोधपुर रेफर कर दिया गया।
वीडियो में कैद हुआ धमाकों का खौफनाक मंजर
घटना का एक 1 मिनट 26 सेकंड का वीडियो सामने आया है, जिसमें धमाकों का खौफनाक दृश्य रिकॉर्ड हुआ। पहले धमाके के 5 सेकंड बाद दूसरा और 40 सेकंड बाद तीसरा धमाका हुआ। वीडियो में घटनास्थल पर मौजूद लोग भागते हुए नजर आए।
दमकल की तत्परता से टला बड़ा हादसा
घटना की सूचना मिलते ही नगर परिषद और सीईटीपी की फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग को फैलने से रोका और सिलेंडरों को सुरक्षित रखा। आग बुझाने में करीब 30 मिनट लगे।
स्थानीय प्रशासन से सवाल
इस घटना ने सुरक्षा मानकों पर कई सवाल खड़े किए हैं। इंडियन गैस एजेंसी के पास कबाड़ का इस तरह से जमा होना और उसमें गैस टंकियों का होना लापरवाही को दर्शाता है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि गैस एजेंसियों के आसपास ऐसी स्थिति दोबारा न बने।
आवश्यक कदम और सुझाव
- सुरक्षा मानकों की जांच: प्रशासन को गैस गोदामों के आसपास सुरक्षा मानकों की नियमित जांच करनी चाहिए।
- कबाड़ हटाने की कार्रवाई: गैस गोदामों के पास रखे कबाड़ को तुरंत हटाने के निर्देश दिए जाने चाहिए।
- आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण: ऐसे हादसों से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन और दमकल विभाग को और अधिक प्रशिक्षित और सतर्क रहना होगा।
निष्कर्ष
बालोतरा में इंडियन गैस एजेंसी के पास हुई इस घटना ने एक बड़ी दुर्घटना का संकेत दिया है। हालांकि प्रशासन और दमकल विभाग की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह घटना भविष्य में और सतर्क रहने की चेतावनी है