बालोतरा के नाहटा जिला हॉस्पिटल में मंगलवार दोपहर 4:30 बजे एक नवजात बच्ची को पालना गृह में छोड़ दिया गया। जैसे ही पालना गृह की घंटी बजी, अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ हुकमसिंह तुरंत मौके पर पहुंचे और बच्ची को गोद में लेकर इमरजेंसी वार्ड में ले गए। डॉक्टरों ने जांच के बाद पुष्टि की कि बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है।
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पुलिस कर रही जांच
हॉस्पिटल प्रशासन ने तुरंत इस घटना की सूचना बालोतरा पुलिस को दी। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बच्ची को किसने और किन परिस्थितियों में छोड़ा। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है ताकि बच्ची को छोड़ने वाले व्यक्ति का सुराग मिल सके।
पालना गृह: असहाय माता-पिता के लिए सुरक्षित विकल्प
पालना गृह एक ऐसी व्यवस्था है, जो उन माता-पिता को सुरक्षित विकल्प प्रदान करती है, जो किसी कारणवश अपने नवजात शिशु की परवरिश करने में असमर्थ होते हैं। यह सुविधा नवजात बच्चों को अनाथ होने से बचाने के लिए शुरू की गई थी, जिससे बच्चे को सुरक्षित वातावरण मिल सके।
प्रशासन करेगा बच्ची के भविष्य का फैसला
प्रशासन अब बच्ची के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। बच्ची को बाल कल्याण समिति को सौंपने की प्रक्रिया की जाएगी, जिससे उसे उचित देखभाल और संरक्षण मिल सके।
इस घटना ने एक बार फिर नवजातों को बेसहारा छोड़ने की संवेदनशील समस्या को उजागर किया है। प्रशासन और समाज को मिलकर इस दिशा में और अधिक जागरूकता फैलाने की जरूरत है ताकि कोई भी माता-पिता ऐसे कदम उठाने को मजबूर न हों।