नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही ऐतिहासिक उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का उद्घाटन करेंगे। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद, जम्मू-कश्मीर देश के अन्य हिस्सों से सीधे रेल मार्ग से जुड़ जाएगा। संभावना है कि 20 से 26 जनवरी 2025 के बीच इसका शुभारंभ किया जाएगा।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं
USBRL प्रोजेक्ट भारत की सबसे महत्वाकांक्षी रेलवे परियोजनाओं में से एक है, जो देश की तकनीकी और इंजीनियरिंग क्षमताओं को दर्शाती है।
- लंबाई: परियोजना की कुल लंबाई 272 किलोमीटर है, जिसमें से 161 किलोमीटर पहले ही चालू हो चुकी है।
- रेलवे पुल: दुनिया का सबसे ऊंचा चिनाब ब्रिज इसी प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो तकनीकी और वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
- टनल: परियोजना के तहत कई सुरंगें बनाई गई हैं, जिनकी कुल लंबाई 119 किलोमीटर है। इनमें से कुछ सुरंगें एशिया की सबसे लंबी रेल सुरंगों में गिनी जाती हैं।
- वातावरण अनुकूल: यह परियोजना पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई है, जिसमें स्थानीय भौगोलिक और पर्यावरणीय परिस्थितियों का विशेष ध्यान रखा गया है।
कश्मीर के लिए गेम चेंजर
यह परियोजना जम्मू-कश्मीर के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी:
- पर्यटन को बढ़ावा: कश्मीर में पर्यटन को नए आयाम मिलेंगे। पर्यटक अब श्रीनगर तक रेल मार्ग से आसानी से पहुंच सकेंगे।
- आर्थिक लाभ: व्यापार और परिवहन सुविधाएं बेहतर होंगी, जिससे स्थानीय उत्पादों का देश के अन्य हिस्सों में आसान परिवहन हो सकेगा।
- सामाजिक एकीकरण: इस रेल लिंक से कश्मीर देश के साथ और अधिक मजबूती से जुड़ जाएगा, जिससे क्षेत्रीय एकता को बल मिलेगा।
Reasi, #JammuAndKashmir: Indian Railways successfully conducted a high-speed train trial on the Katra-Banihal railway line.
— All India Radio News (@airnewsalerts) January 4, 2025
The train ran on the world's highest railway bridge and India's first cable-stayed railway bridge.@RailMinIndia pic.twitter.com/Q3OP1UlCFa
26 जनवरी को उद्घाटन की संभावना
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 जनवरी 2025 को इस ऐतिहासिक परियोजना का उद्घाटन कर सकते हैं। उद्घाटन समारोह को श्रीनगर और अन्य महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों से लाइव प्रसारित किया जाएगा।
रेलवे मंत्रालय की प्रतिक्रिया
रेलवे मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि USBRL परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए दिन-रात काम किया गया। इस परियोजना के लिए अत्याधुनिक तकनीक और सामग्री का उपयोग किया गया है।
Come snow or shine, Indian Railways perseveres!
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) December 31, 2024
Catch a glimpse of the snow cutter at work overcoming recent snowfall at Srinagar Railway Station in Jammu & Kashmir. pic.twitter.com/x7DDw8OSbi
जनता की उम्मीदें
स्थानीय निवासियों और व्यापारियों ने इस परियोजना के पूरा होने पर खुशी जताई है। उनका कहना है कि यह परियोजना कश्मीर के विकास और रोजगार के नए अवसर लाने में सहायक होगी।
चिनाब ब्रिज: एक अद्वितीय संरचना
चिनाब नदी पर बना यह पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है, जिसकी ऊंचाई 359 मीटर है। इसे बनाने में 28,000 टन स्टील का उपयोग हुआ और यह भारत की इंजीनियरिंग शक्ति का प्रतीक बन गया है।
परियोजना का ऐतिहासिक महत्व
इस परियोजना के पूरा होने के बाद कश्मीर का शेष भारत से सीधा संपर्क हो जाएगा। यह न केवल परिवहन और पर्यटन के लिए लाभदायक होगा, बल्कि रणनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
देश के लिए यह परियोजना नए भारत की तस्वीर को प्रदर्शित करती है, जो हर क्षेत्र को प्रगति के पथ पर ले जाने के लिए तत्पर है।
✅ A major milestone in the #USBRL project!
— DD NEWS JAMMU | डीडी न्यूज़ जम्मू (@ddnews_jammu) January 4, 2025
Railway authorities successfully conducted an electrical loco train trial run from Katra to Banihal stations.@diprjk @dcramban @BaseerUlHaqIAS @RailMinIndia pic.twitter.com/sAlggFSxH0
इस शुभारंभ के बाद बाड़मेर से कश्मीर (श्रीनगर) तक ट्रेन सेवा का सपना साकार होने जा रहा है। यूएसबीआरएल (Udhampur-Srinagar-Baramulla Rail Link) परियोजना का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही इस ऐतिहासिक परियोजना का शुभारंभ करेंगे। यह कदम न केवल जम्मू-कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने में मदद करेगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक और पर्यटन क्षेत्र में भी नए आयाम जोड़ देगा।
यूएसबीआरएल परियोजना: भारतीय रेलवे का एक चमत्कार
यूएसबीआरएल परियोजना भारतीय रेलवे की सबसे चुनौतीपूर्ण और महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। यह परियोजना हिमालय की दुर्गम घाटियों, गहरी सुरंगों, और ऊंचे पुलों के माध्यम से कश्मीर को भारत के बाकी हिस्सों से जोड़ेगी।
- प्रमुख विशेषताएं:
- 272 किलोमीटर लंबी रेल लाइन।
- चेनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल।
- 38 सुरंगें और 931 पुल।
- अत्याधुनिक तकनीक और उपकरणों का उपयोग।
बाड़मेर से कश्मीर: दूरी होगी कम, यात्रा होगी आसान
एस माना जा रहा है की जम्मूतवी जाने वाली ट्रेनों को श्रीनगर तक बढ़ाया जाएगा जिसके बाद राजस्थान के बाड़मेर से कश्मीर तक सीधी ट्रेन सेवा शुरू होने से यात्रियों के लिए यात्रा समय और कठिनाई में कमी आएगी। अब राजस्थान के लोग सीधे कश्मीर की खूबसूरत वादियों का आनंद ले सकेंगे।
- यात्रा का अनुमानित समय: लगभग 30 घंटे।
- रेलवे स्टेशनों का लाभ: श्रीनगर, बारामुला, अनंतनाग,कटरा, जम्मू जैसे प्रमुख स्थानों पर सीधी पहुंच।
परियोजना के लाभ:
- पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा:
यह परियोजना देशभर से पर्यटकों को कश्मीर की ओर आकर्षित करेगी, जिससे वहां के पर्यटन उद्योग को नई ऊर्जा मिलेगी। - व्यापार और आर्थिक विकास:
जम्मू-कश्मीर के स्थानीय उत्पाद जैसे शॉल, ड्राई फ्रूट्स, और सेब अब देश के अन्य हिस्सों तक आसानी से पहुंच पाएंगे। - सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण:
यह रेल लाइन भारतीय सेना के लिए भी महत्वपूर्ण होगी, जिससे सामरिक आपूर्ति में आसानी होगी।
प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन
इस ऐतिहासिक परियोजना का उद्घाटन जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। उद्घाटन समारोह में देशभर के गणमान्य व्यक्ति, रेलवे अधिकारी, और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक शामिल होंगे।
कश्मीर से जोड़ने वाला यह सफर इतिहास रचेगा
यूएसबीआरएल परियोजना न केवल भारतीय रेलवे के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। यह परियोजना देश की एकता और अखंडता को मजबूत करेगी, और बाड़मेर से लेकर कश्मीर तक लाखों लोगों के सपनों को साकार करेगी।
देश को जोड़ने की इस ऐतिहासिक पहल का साक्षी बनने के लिए तैयार हो जाइए!