बालोतरा – जिला पुलिस अधीक्षक हरी शंकर (IPS) के निर्देशन और विकास कुमार (IPS), महानिरीक्षक पुलिस, रेंज जोधपुर के मार्गदर्शन में चल रहे विशेष अभियान “ऑपरेशन भौकाल” के तहत बालोतरा पुलिस ने एक बार फिर नशे के सौदागरों के खिलाफ जबरदस्त कार्यवाही करते हुए अवैध मादक पदार्थों की बड़ी खेप बरामद की है। मुठभेड़ में एक तस्कर को गोली लगने से घायल कर गिरफ्तार किया गया, जबकि दूसरा तस्कर भी हिरासत में है।
🔥 मुठभेड़ की पूरी घटना:
जानकारी के अनुसार, कानि. मोहनलाल (DCRB) को सूचना मिली कि एक ब्रेजा कार (GJ 01 RS 3998) में भारी मात्रा में डोडा पोस्त की तस्करी की जा रही है, जो जालोर से सिवाना की ओर बढ़ रही है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए थाना सिवाना प्रभारी ईमरान खान (उनि.), वृताधिकारी नीरज शर्मा (RPS) के सुपरविजन में DST, DCRB व थाना सिवाना की संयुक्त टीम गठित कर सरहद मवड़ी पर नाकाबंदी की गई।

संदिग्ध ब्रेजा कार को रोकने के प्रयास में चालक ने तेज़ी से वाहन भगाया। पीछा करते समय तस्करों ने पुलिस पर अवैध रिवॉल्वर से फायरिंग की। पुलिस ने साहस व संयम दिखाते हुए आत्मरक्षा में जवाबी फायर किया, जिसमें एक गोली तस्कर रमेश के दाहिने हिप पर लगी, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने दोनों तस्करों को धर दबोचा।
💊 बरामदगी:
- 307.840 किलोग्राम डोडा पोस्त (18 कट्टों में)
- चोरी की ब्रेजा कार
- 1 अवैध रिवॉल्वर, कारतूस, मिस फायर बुलेट
- 4 मोबाइल फोन, कई सक्रिय सिम कार्ड
- 4 अतिरिक्त वाहन नंबर प्लेट
🚓 गिरफ्तार आरोपी:
- किरताराम पुत्र सताराम – निवासी बायतु चिमनजी, थाना बायतु, जिला बालोतरा
- रमेश कुमार पुत्र पन्नाराम – निवासी जैसार, थाना बिजराड़, जिला बाड़मेर (ईलाजरत)+
👁🗨 पूछताछ में खुलासा:
तस्करों ने बताया कि यह खेप उन्हें बड़े तस्कर द्वारा सौंपी गई थी और इसे छोटी सादड़ी से लाया गया था। रमेश और किरता दोनों पहले सामान्य जीवन जीते थे, लेकिन लालच में आकर तस्करी के जाल में फँस गए। रमेश, एक ट्रक ड्राइवर का बेटा, पहले भी तस्करी कर चुका है और अब खुद को ‘निर्भीक’ समझता था।

🧠 बदलती रणनीति: तस्करी का नया रूप:
बड़े तस्कर अब सीधे सामने नहीं आते। वे पढ़े-लिखे, बेरोज़गार युवकों को पैसों का लालच देकर तस्करी में झोंक रहे हैं। इनके पास कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होता, जिससे पुलिस को उन पर संदेह नहीं होता। यह एक सुनियोजित साजिश है।
🔊 पुलिस का संदेश:
“नशे की राह पे जो चले, वो कब तलक बच पाएंगे; पुलिस के तेज कदमों से अब अंधेरे भी घबराएंगे।”
बालोतरा पुलिस ने इस ऑपरेशन के माध्यम से स्पष्ट कर दिया है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, वह कानून से नहीं बच सकता। साथ ही युवाओं को चेताया है कि कुछ पैसों के लिए अपने भविष्य को बर्बाद करना समझदारी नहीं।

📽️ साक्ष्य संग्रहण और कानूनी कार्यवाही:
- पूरी कार्यवाही की वीडियोग्राफी की गई।
- एफएसएल और एमओबी टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्रित किए गए।
- आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गहन अनुसंधान शुरू कर दिया गया है।
यह सफलता न केवल पुलिस की सतर्कता और बहादुरी का परिणाम है, बल्कि यह एक संदेश है कि बालोतरा पुलिस पूरी ताक़त और ईमानदारी से नशे और अपराध के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है।
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