पाकिस्तान की वायुसेना के प्रमुख ने हाल ही में दावा किया था कि उन्होंने भारत के अत्याधुनिक वायु रक्षा प्रणाली S-400 और आदमपुर एयरबेस को “नष्ट” कर दिया है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद आदमपुर एयरबेस पहुंचकर इस झूठे दावे की हवा निकाल दी। यह घटना एक तरह से पाकिस्तान के फेक प्रोपेगेंडा पर सीधा ‘लाइव फैक्ट चेक’ बन गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब के आदमपुर एयरबेस पर भारतीय वायुसेना के जवानों से मुलाकात की और अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों का जायजा लिया। खास बात यह रही कि वे S-400 मिसाइल सिस्टम के ठीक सामने खड़े नजर आए — वही S-400 जिसे पाकिस्तान ने नष्ट करने का दावा किया था।

रूस से प्राप्त यह वायु रक्षा प्रणाली अब तक भारत की रक्षा व्यवस्था का एक गुप्त लेकिन ताकतवर हिस्सा रही है। चार साल पहले शुरू हुई इसकी डिलीवरी के बाद यह पहला मौका था जब S-400 की मौजूदगी को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया गया। यह न केवल भारत की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन था, बल्कि पाकिस्तान की झूठी कहानी का पर्दाफाश भी।
पाकिस्तानी एयरफोर्स की किरकिरी
पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख ने हाल ही में दावा किया था कि उन्होंने भारत के S-400 सिस्टम को “जाम” कर दिया और हमला कर उसे “नष्ट” कर दिया। परंतु प्रधानमंत्री मोदी की आदमपुर यात्रा ने पूरी दुनिया को दिखा दिया कि न तो S-400 को कुछ हुआ है और न ही आदमपुर एयरबेस को। यह पाकिस्तान के फेक इन्फो-वॉर की एक और नाकाम कोशिश थी।

सियासी और सामरिक संदेश
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा सिर्फ सैनिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए नहीं था, बल्कि यह दुनिया को भारत की रक्षा तैयारी और रणनीतिक आत्मविश्वास का भी स्पष्ट संकेत था। S-400 की सार्वजनिक उपस्थिति ने यह जाहिर कर दिया कि भारत अपनी सामरिक शक्ति को छिपाकर नहीं रखेगा — खासकर तब जब झूठ और भ्रम फैलाने की कोशिशें हो रही हों।

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा पाकिस्तान के झूठे प्रचार के खिलाफ एक मजबूत और सटीक जवाब बन गई है। उन्होंने न केवल पाकिस्तान की पोल खोली, बल्कि यह भी दिखा दिया कि भारत की रक्षा तैयारियों पर किसी का दावा नहीं, सिर्फ सच्चाई भारी पड़ती है।