आज गांधी जयंती के अवसर पर, बालोतरा में स्वच्छता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन सिटी पार्क में किया गया। नगर परिषद की सभापति सुमित्रा जैन और जिला कलेक्टर ने हाथ में झाड़ू लेकर सफाई करते हुए फोटोशूट करवाया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महात्मा गांधी की स्वच्छता के प्रति निष्ठा को सम्मानित करना और नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना था। सिटी पार्क में हर वक्त सफाई रहती है, जो कार्यक्रम के आयोजन स्थल के रूप में चुना गया।
हालांकि, इस अभियान के साथ जो वास्तविकता सामने आई, वह शहर के बाकी हिस्सों में बिल्कुल अलग है। स्वच्छता पखवाड़ा, जो 15 दिन पहले शुरू हुआ था, उसकी शुरुआत भी अधिकारियों के फोटोशूट से ही हुई थी। लेकिन उसके बाद शहर की सफाई की स्थिति में कोई विशेष सुधार नहीं हुआ और न ही स्वच्छता को लेकर कोई और गंभीरता दिखाई दी गई। शहर के प्रमुख स्थानों पर गंदगी का आलम बना हुआ है।
विशेष रूप से शहर के जिला अस्पताल के पास स्थित अंडरब्रिज में गंदगी और पानी का जमाव देखा जा सकता है, जहां से मच्छरों की उत्पत्ति हो रही है। यह क्षेत्र डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के फैलने का प्रमुख कारण बन रहा है, लेकिन प्रशासन द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन सिर्फ दिखावे के लिए स्वच्छता अभियानों का आयोजन करता है, जबकि शहर की वास्तविक स्थिति को अनदेखा किया जा रहा है। गली-मोहल्लों में गंदगी के ढेर लगे हैं और नालियों में पानी जमा होने से मच्छरों की संख्या बढ़ रही है, जिससे गंभीर बीमारियों का खतरा भी मंडरा रहा है।