- केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बालोतरा में प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बड़ा हमला बोला।
- शेखावत ने कहा कि गहलोत तीन बार करीब पन्द्रह साल तक मुख्यमंत्री रहे, तब उन्हें विजन याद नहीं आया।
- उन्होंने कहा कि जनता में कांग्रेस सरकार के खिलाफ नाराजगी ही नहीं, बल्कि व्यापक जनक्रोश है।
- शेखावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता कुर्सी बचाने की रही।
बालोतरा, 8 सितंबर 2023 – बालोतरा में केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री, गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कृतिकाली टिप्पणी की है कि राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पन्द्रह साल तक मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए अपने विजन 2030 के बारे में क्यों नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि गहलोत अब अपनी सरकार के आवास की तलाश में है, लेकिन जनता इस दिखावे को समझ रही है। शेखावत का कहना है कि गहलोत के प्रयास जनता को धोखा देने के लिए है, और जनता इसका सही उत्तर देगी।
शेखावत ने बालोतरा में परिवर्तन यात्रा के दौरान एक प्रेस वार्ता के दौरान यह बयान दिया। इस पत्रकार वार्ता में केन्द्रीय कृषि मंत्री कैलाश चौधरी, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, बालोतरा ज़िला अध्यक्ष बाबू सिंह राजगुरु, प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह शेखावत, और अन्य भाजपा नेताओं ने भी भाग लिया।
शेखावत ने यह भी कहा कि गहलोत ने अपने प्राधान्यक्रम में केवल अपनी कुर्सी को बचाने की कोशिश की, और इसके परिणामस्वरूप कानून और व्यवस्था में कई खामियां आई। उन्होंने इसके साथ ही राजस्थान को ब्रज के तौर पर देश के रेप कैपिटल के रूप में दर्ज कराया और महिलाओं की सुरक्षा के मामले में असफल रहे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने धर्मिक त्योहारों पर प्रतिबंध लगाए और समाजवादी योजनाओं को बढ़ावा दिया, जिससे समाज में विभाजन हुआ। वे इसके बावजूद उपजी नाराजगी को लेकर चुनाव में बड़े खतरे की ओर इशारा कर रहे हैं, और उन्हें यह मान्यता है कि जनता इसका सही उत्तर देगी।
वे इस सांसद के उदयनिधि के अंदर के विचारों को भी जताते हैं जो सनातन धर्म के खिलाफ हैं, और कांग्रेस पार्टी के नेताओं के इस परिप्रेक्ष्य में भी उलझन में हैं।
इस तरह, शेखावत ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल की आलोचना की और आगामी चुनाव की ओर इशारा किया, जिसमें
उनके पार्टी भाजपा अपने प्रतिस्थापन की ओर बढ़ रही है।