शहर के जसोल रोड रोजड़ा वेरा ग्राउंड में मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी की बहनों ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आत्मरक्षा के गुर का प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में 20 माताओं और बहनों ने भाग लिया.
प्रदर्शन का नेतृत्व मातृशक्ति विभाग की संयोजिका जसोदा अग्रवाल और समाजसेवी संतोष देवी गुप्ता ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत मां भारती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित करने और राष्ट्र ध्वज को सलामी देने के साथ हुई.
इसके बाद, माताओं और बहनों ने लाठी चलाने, योग करने और आत्मरक्षा के गुर का प्रदर्शन किया. उन्होंने सिरमार, अधोमार, रिदमर, सिंगल भेटी, डबल भेटी, प्रहार, ताड़ासन, वर्कशाशन, नापासन, धनुआसन, नासिका, सूर्यचक्र, जठर, प्रहार और बचाव रोध आत्मरक्षा का प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन के दौरान, माताओं और बहनों ने पूरे राष्ट्र के लिए जयघोष किए और जोश और हर्षोल्लास के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया.
मातृशक्ति विभाग की संयोजिका जसोदा अग्रवाल ने कहा कि आत्मरक्षा एक महत्वपूर्ण कौशल है, जो हर महिला को सीखना चाहिए. उन्होंने कहा कि आत्मरक्षा के गुर सीखकर, महिलाएं अपने और अपने परिवार के लिए सुरक्षित रह सकती हैं.
उन्होंने कहा कि मातृशक्ति विभाग महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए नियमित रूप से कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
माताओं और बहनों ने आत्मरक्षा का प्रदर्शन कर यह दिखाया कि वे आत्मनिर्भर और शक्तिशाली हैं. उन्होंने यह भी दिखाया कि वे अपने और अपने परिवार के लिए खड़े होने के लिए तैयार हैं.
यह प्रदर्शन एक सकारात्मक पहल है, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर और शक्तिशाली बनाने में मदद करेगी. यह प्रदर्शन एक संदेश है कि महिलाएं किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं.