राजस्थान की सबसे हॉट सीट बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग के दौरान बायतु इलाके में हुई मारपीट की घटना तूल पकड़ गई है. चुनाव संपन्न होने के बाद यह मामला और उलझता जा रहा है. इस मामले को लेकर आज निर्दलीय प्रत्याशी रविन्द्र सिंह भाटी हजारों समर्थकों के साथ बालोतरा पहुंचे. उन्होंने वहां पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर धरना दे दिया. भाटी के साथ आई कार्यकर्ताओं की फौज को देखकर पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और वहां भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. फिलहाल निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी ने धरना खत्म कर दिया है , और कहा कि पुलिस प्रशासन ने शिकायतों पर कार्रवाई का भरोसा दिया है
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को मतदान के दौरान बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र में बायतु विधानसभा क्षेत्र में विवाद हो गया था. बताया जा रहा है कि रविन्द्र सिंह भाटी के कुछ समर्थक वहां से निकलते समय अकदड़ा गांव में एक बूथ पर गए थे. वहां उनका कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. इस पर वहां कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने भाटी के समर्थकों से मारपीट कर दी. उनकी गाड़ियां तोड़ दी. उसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने वहां मामला शांत कराया.
जोधपुर से भी पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया:
उसके बाद शनिवार को सुबह भाटी ने बालोतरा पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दे डाली. फिर वे दोपहर करीब 12 हजारों कार्यकर्ताओं के साथ बालोतरा एसपी ऑफिस पहुंचे. वहां उन्होंने एसपी कार्यालय का घेराव कर दिया. हालात देखकर वहां अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया. जोधपुर से भी पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया. भाटी की फिलहाल एसपी कुंदन कुंवरिया से वार्ता चल रही है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनके मांगों को नहीं माना गया तो वे जोधपुर में आईजी ऑफिस का घेराव करेंगे.
रविन्द्र भाटी ने लगाए पुलिस पर गंभीर आरोप:
पुलिस इस मामले में 13 लोगों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था. इनमें भाटी समर्थक घायल कार्यकर्ता भी थे. बाद में भाटी ने थाने पहुंचकर पुलिस अधिकारियों से बातचीत की. भाटी ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने के गंभीर आरोप लगाए. उनका आरोप था कि पुलिस ने उनके घायल कार्यकर्ताओं को मेडिकल सुविधा उपलब्ध नहीं होने दी. वेवजह थाने में रखा. लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया. भाटी ने कहा जो लोग वोट देने घर आ रहे थे उनके साथ मारपीट भी हुई और उन्हें गिरफ्तार भी किया गया.