जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक, श्री रणछोड़ रॉय मंदिर, के प्रति स्थायी भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है। इस सम्मान समारोह का आयोजन, मंच पर ट्रस्ट मंडल के अध्यक्ष रमेश मगल, उपाध्यक्ष भवरलाल टावरी, नंदलाल डिडवानिया, और भवरलाल मांधना ने किया।
समारोह का हाइलाइट था, प्रथम जिला कलेक्टर राजेंद्र विजय के स्वागत के रूप में माला पहनना, साफा देना, और ट्रस्ट दुप्पटे पहनना। स्कूली बालिकाएं ने अतिथि स्वागत गीत गाया, जिसमें इस महत्वपूर्ण स्थल की महत्वपूर्ण भूमिका को जानकार लोगों को जागरूक किया।
ट्रस्ट के अध्यक्ष ने इस मौके पर कहा, “यह स्थल भगवान श्री कृष्ण के रूप में आज भी प्रासंगिक है और प्राचीन गौरव से भरपूर है।” यह धार्मिक स्थल सुबह और शाम आरती पूजा के समय गांव की गाय माता मंदिर स्थल पर आकर आरती वेला में शामिल होती है, जो सदियों से चल रही है।
इस अवसर पर, जिला कलेक्टर ने विकास कार्यों और ट्रस्ट मंडल के प्रति सराहना की, और ट्रस्ट सचिव अयोध्या प्रसाद गोयल ने सभी आगंतुकों का आभार ज्ञापित किया।
मंदिर प्रांगण में पुजारी लाभशंकर अवस्थी और हीरालाल दवे ने आरती पूजा की और प्रसादी का भोग लगाया, जिसके बाद प्रसादी वितरण किया गया।
ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी ने बताया की इस दौरान पूर्व सरपंच पर्थविराज भाट, पूर्व सरपंच राणाराम मेगवाल, सरपंच रूपाराम भील, वार्ड पंच जयसिंह राजपूत, राजूराम भाट, जब्बर सिंह तिलवड़ा, राधेश्याम सराफ, रविंद्र रामावत, क्षेत्रीय सचिव भवानी शंकर गॉड, और शाखा प्रमुख रामस्वरूप गॉड सहित गांव के वासी और ट्रस्ट के सदस्य मौजूद रहे।
इस सम्मान समारोह में भारत विकास परिषद ने भी जिला कलेक्टर का स्वागत सम्मान किया। इस धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन ने स्थलीय समुदाय को एक साथ आने का अवसर प्रदान किया और इस प्राचीन मंदिर के महत्व को और भी प्रमोट किया।
सम्मान समारोह के इस महत्वपूर्ण पल में, समाचार कवरेज बनाते हुए हम कह सकते हैं कि यह सम्मान समारोह मंदिर और समुदाय के लिए एक अद्वितीय मौका था, जिसने समुदाय के सदस्यों को उनके धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति और भी आत्मविश्वास दिलाया।