बालोतरा शहर की सड़कों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। लगभग सभी सड़कें टूट गई हैं, जिससे वाहनों के साथ दुर्घटनाओं की संख्या में भी इजाफा हो रहा है।
नगरपरिषद् प्रशासन द्वारा पिछले कुछ वर्षों में शहर में सड़कों के निर्माण के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं, लेकिन सड़कों की गुणवत्ता खराब होने के कारण वे जल्दी ही खराब हो जाती हैं।
विधायक निवास जाने वाली सड़क की हालत भी बेहद खराब है। इस मार्ग से जिला कलेक्टर भी रोजाना अपने कार्यालय जाते हैं, लेकिन सड़क की हालत पर उनकी कान पर जू तक नहीं रेंग रही है।
आधी से ज्यादा तो सड़कें अभी भी गारंटी अवधि में हैं, लेकिन ठेकेदारों की प्रशासन के साथ सांठ-गांठ होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
यहां बालोतरा शहर की सड़कों की खराब हालत के बारे में कुछ प्रमुख बिंदु दिए गए हैं:
- शहर की लगभग सभी सड़कें टूट गई हैं।
- टूटी सड़कों के कारण वाहनों के साथ दुर्घटनाओं की संख्या में इजाफा हो रहा है।
- विधायक निवास जाने वाली सड़क की हालत भी खराब है।
- आधी से ज्यादा सड़कें अभी भी गारंटी अवधि में हैं, लेकिन ठेकेदारों की प्रशासन के साथ सांठ-गांठ के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
बालोतरा शहर की सड़कों की खराब हालत, जिला की जीडीपी पर भी प्रभाव
बालोतरा शहर की सड़कों की खराब हालत अब जिला की जीडीपी पर भी प्रभाव डाल रही है। टूटी सड़कों के कारण वाहनों का नुकसान हो रहा है, जिससे माल ढुलाई और व्यापार में भी बाधा पैदा हो रही है।
वाहन मालिकों का कहना है कि टूटी सड़कों के कारण उनके वाहनों के टायर, सस्पेंशन और अन्य पुर्जे जल्दी ही खराब हो जाते हैं। इससे उन्हें काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
व्यवसायियों का कहना है कि टूटी सड़कों के कारण उनके माल की आवाजाही में परेशानी हो रही है। इससे उन्हें समय से माल पहुंचाने में परेशानी हो रही है, जिससे उनकी बिक्री पर भी असर पड़ रहा है।
नगरपरिषद् प्रशासन को चाहिए कि वह शहर की सड़कों की मरम्मत के लिए तुरंत कार्रवाई करे। ठेकेदारों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि वे भविष्य में ऐसी गुणवत्ताहीन सड़कें न बना सकें।