राजस्थान दिवस 2025: नव संवत्सर पर गौरवशाली विरासत का उत्सव
वर्ष प्रतिपदा एवं राजस्थान दिवस पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की शुभकामनाएं
सशक्त, समर्थ और समृद्ध राजस्थान के लिए एकजुट हों प्रदेशवासी

बालोतरा, 29 मार्च। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेशवासियों को वर्ष प्रतिपदा एवं राजस्थान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए राजस्थान को सशक्त, समर्थ, समृद्ध और अग्रणी बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा संवत् 2006 (30 मार्च 1949) को लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने वृहद राजस्थान का उद्घाटन किया था। यह दिन न केवल धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि नव संवत्सर के रूप में सृष्टि की रचना, भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक और सम्राट विक्रमादित्य की विजय का भी प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अब चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही राजस्थान दिवस के रूप में मनाने की पहल की है, जिससे सरदार पटेल के संकल्प को नई ऊर्जा मिलेगी और प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को संजोने का अवसर प्राप्त होगा।

राजस्थान की सांझी विरासत और गौरवशाली इतिहास
मुख्यमंत्री शर्मा ने इस अवसर पर प्रदेश के वीर शूरवीरों, तपस्वियों, साधु-संतों और मनीषियों को नमन करते हुए कहा कि श्रीगंगानगर से बांसवाड़ा और जैसलमेर से धौलपुर तक फैला राजस्थान, अपनी विविधताओं के बावजूद एकता और सांझी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। आठ करोड़ राजस्थानियों और प्रवासी प्रदेशवासियों में “राजस्थानी होने का गौरव” एक समान समाया हुआ है।

घर-घर दीप जलाएं, नई पीढ़ी को जोड़ें
उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे अपने घरों के बाहर दीप प्रज्वलित करें, द्वारों पर बंदनवार सजाएं और नई पीढ़ी को इस ऐतिहासिक दिन के महत्व से परिचित कराएं। उत्साह और उल्लास से मनाया गया यह पर्व प्रदेश की एकता को और मजबूत करेगा।

युवाओं से अपील: विकसित राजस्थान-2047 का संकल्प लें
मुख्यमंत्री शर्मा ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे ज्ञान, शक्ति और भक्ति का अर्जन करते हुए विकसित राजस्थान के निर्माण में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘विकसित भारत-2047’ की दिशा में प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। राजस्थान सरकार ‘विकसित राजस्थान-2047’ के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है और युवाओं की भागीदारी से इसे और गति मिलेगी।

राजस्थान दिवस को मनाएं हर्षोल्लास से
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे इस शुभ अवसर पर राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को आत्मसात करें और हर्षोल्लास के साथ राजस्थान दिवस का उत्सव मनाएं।
