राजस्थान के बालोतरा क्षेत्र के बुड़ीवाड़ा गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में मातम का माहौल छा गया है। जसोल थाना क्षेत्र में बारिश के बाद बहते नाले में स्नान करने गए तीन मासूम बच्चों की डूबने से मौत हो गई। इस घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है।
हादसे का विवरण
घटना में जान गंवाने वाले बच्चों में 5 वर्षीय पवनी, 11 वर्षीय देवाराम (दोनों सगे भाई-बहन), और 8 वर्षीय भटाराम भील (चाचा का लड़का) शामिल हैं। पुलिस ने मामले की पुष्टि की है और तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। पानी के गड्ढे में डूबने से तीन बच्चों की मौत, घर से 600 मीटर दूर हुआ हादसा, चार घंटे तक तलाश करते रहे घरवाले,घर से गए थे खेलने
जसोल थाना अधिकारी चन्द्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह दर्दनाक घटना बारिश के बाद बहते नाले में स्नान करने के दौरान हुई। बच्चों की डूबने की खबर मिलते ही पुलिस ने तत्परता से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और देर रात को ही शवों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
गांव में शोक
इस हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत ने सभी को हिला कर रख दिया है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और पूरे गांव में मातम का माहौल बना हुआ है।
तीन बच्चों की बालोतरा जिले के तहसील पचपदरा के बुड़ीवाड़ा में डूबने से मौत हो गई।
1. भट्टा राम पुत्र मुकेश भील उम्र 8 साल.
2. देवाराम पुत्र वोताराम भील उम्र 11 साल
3. पवनी पुत्री वोताराम भील उम्र 5 साल निवासी बुड़ीवाड़ा
प्रशासन की अपील
जिला कलक्टर सुशील कुमार यादव ने की अपील
बरसाती पानी से भरे तालाब, नाडी, खडीन, एनिकट से बच्चों को रखे दूर
जिले में अच्छी बरसात का दौर जारी है, जिससे नाडी, तालाब, खडीन, जोहड, एनिकट इत्यादि में पानी का स्तर अचानक बढ़ रहा है, जिससे हादसे होने का भी खतरा बढ़ने की सम्भावना है।
जिला कलक्टर सुशील कुमार यादव ने आमजन से अपील की है कि वे भरे हुए तालाब, नाडियों, खडीन, एनिकट इत्यादि से दूर रहें एवं उसमें किसी प्रकार से नहाने या तैरने का प्रयास भी नहीं करे। उन्होंने जीवन की सुरक्षा के लिए इस प्रकार के तालाबों से दूरी बनाएं रखने की अपील की। विशेष रूप से बच्चों को इनसे दूर रहने को जागरूक करें।
उन्होंने यह भी अपील की है कि आमजन बारिश के दौरान नदी, नालों को पार करते समय पहले यह जान ले कि उसमें जल स्तर कितना है, उसके बाद ही नदी, नालों को सावधानीपूर्वक पार करे।
जिला कलक्टर ने इस सम्बन्ध में विशेष रूप से बच्चों को पानी से भरे हुए नाडी, तालाब, खडीन इत्यादि से दूर रखे जाने की अपील की एवं लोगों से कहा कि वे बच्चों को अपनी ओर से पूरी हिदायत दे कि वे इन भरे हुए तालाब, नाडियों से दूर ही रहे एवं किसी प्रकार का उसमें नहाने का प्रयास नहीं करे और न ही अपने जीवन को जोखिम में डाले।
अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश्वर सिंह चौहान ने 05 अगस्त, सोमवार को ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित होने वाली पाक्षिक बैठक में प्रस्ताव लेकर समस्त सरपंचगणो, वार्डपंचों के माध्यम से ग्रामीणजनो में जागरूकता फैलाने एवं जलभराव वाले क्षेत्र में नही जाने हेतु प्रस्ताव पारित करवाने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र मे मुनादी करवाने के निर्देश दिए ताकि ग्रामीणजन, बच्चे जलभराव वाले क्षेत्र में नही जाए। जिससे अप्रिय घटनाएं घटित होने से बचा जा सके।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश के मौसम में बहते नालों और जलाशयों के पास सावधानी बरतें और बच्चों को ऐसे खतरनाक स्थानों से दूर रखें।