बालोतरा
राजस्थान की सबसे बड़ी औद्योगिक परियोजनाओं में से एक एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड (एचआरआरएल), पचपदरा का रविवार को निरीक्षण करते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इसे देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम बताया।
निरीक्षण के दौरान दोनों नेताओं ने क्रूड डिस्टिलेशन यूनिट (सीडीयू) और डिलेयड कोकिंग यूनिट (डीसीयू) का सघन अवलोकन किया तथा कर्मचारियों से बातचीत करते हुए उनके अनुभव जाने। इसके साथ ही रिफाइनरी परिसर में बने रिफाइनरी मेन कंट्रोल रूम (आरएमसीआर) का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर ऑपरेटर प्रशिक्षण सिम्युलेटर का भी शुभारंभ किया गया।

युवाओं के लिए रोजगार के अवसर
बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री पुरी ने एचपीसीएल अधिकारियों को निर्देश दिया कि आगामी 15 दिनों में स्थानीय युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम की ठोस कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी परियोजना से क्षेत्र के हजारों युवाओं को सीधे और परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री शर्मा ने भी अधिकारियों को निर्देश दिए कि कौशल विकास व स्थानीय स्तर पर उद्योगिक समन्वय के माध्यम से युवाओं के लिए नई संभावनाएं तैयार की जाएं।

सीएम ने दिए कई अहम निर्देश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रिफाइनरी प्रबंधन को
- सौर ऊर्जा एवं बैटरी स्टोरेज के क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं तलाशने,
- सांभरा में रिफाइनरी अस्पताल को जल्द शुरू करने,
- रिफाइनरी परिसर में अधिकाधिक पौधारोपण सुनिश्चित करने
जैसे महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस महत्वाकांक्षी परियोजना की सफल शुरुआत और संचालन में सभी आवश्यक सहयोग करेगी।

कार्यों में तेजी और नई उम्मीदें
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते छह महीनों में केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से रिफाइनरी के कार्यों में उल्लेखनीय तेजी आई है। उन्होंने भरोसा जताया कि रिफाइनरी जल्द ही पूर्ण क्षमता के साथ संचालन में आएगी। यह न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश की ईंधन आपूर्ति क्षमता को मजबूत करने के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन में मील का पत्थर साबित होगी।

मौके पर रहे ये जनप्रतिनिधि
इस अवसर पर पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत, उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के.के. विश्नोई, सांसद राजेंद्र गहलोत, विधायक हमीर सिंह भायल, डॉ. प्रियंका चौधरी, आदूराम मेघवाल, अरुण चौधरी, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, मुख्य सचिव सुधांश पंत सहित विभिन्न उच्चाधिकारी एवं एचपीसीएल प्रबंधन टीम मौजूद रही।