बालोतरा दुनिया में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। इसी बढ़ते प्रदूषण के कारण प्रकृति पर खतरा बढ़ रहा है। जिसे रोकने के उद्देश्य से पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत हुई, ताकि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाए और प्रकृति को प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रेरित किया जा सके।जनजीवन की सुरक्षा के लिए पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने की जरूरत है। आधुनिकता की ओर बढ़ रहे विश्व में विकास की राह में कई ऐसी चीजों का उपयोग शुरू कर दिया है, जो धरती और पर्यावरण के लिए घातक है। इंसान और पर्यावरण के बीच गहरा संबंध है। प्रकृति के बिना जीवन संभव नहीं है। विश्व पर्यावरण दिवस पर पचपदरा के गीतांजली पब्लिक स्कूल मे पौधरोपण किया गया।जिसमे संस्थापक मुकेश प्रजापत ने 5जून की महत्वकांशा समझायी विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत 1972 में हुई थी। संयुक्त राष्ट्र संघ ने 5 जून 1972 को पहला पर्यावरण दिवस मनाया, तब से हर वर्ष इस दिन को मनाया जाने लगा। कार्यक्रम मे प्रधानाध्यापक राजेंद्रसिंह ने बताया की विश्व पर्यावरण दिवस के लिए प्रतिवर्ष एक खास थीम होती है। विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम “Solutions to Plastic Pollution” है। यह थीम प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर आधारित है। इस मौके पर मोहित परमार,रूपेश प्रजापत, रामसिंह, भोमाराम, रेखाराम, रामसिंह सीकर अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।