श्री मल्लीनाथ जी की तपोस्थली तिलवाड़ा में लगने वाले पशु मेले में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोतम रुपाला व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कलियुग में जनमानस की आस्था के केंद्र जसोलधाम में चैत्र नवरात्रि के पहले दिन श्री राणी भटियाणी के दर्शन कर राष्ट्र की उन्नति व खुशहाली की कामना की। इससे पूर्व विश्व विख्यात तिलवाड़ा में रावल मल्लीनाथ के निज मन्दिर, मेघधारू जी मन्दिर में पूजा अर्चना की। जंहा उंसके समूचे मारवाड़ को गौरवान्वित करने व सदियों से चली आ रही परम्परा को जीवंत रखने वाले मल्लीनाथ जी के मेले की सराहना की। राणी रूपादे व उनके आदर्शों को जीवन मे साकार कर सके। जिनकी पथ प्रेरणा मनुष्यता रूपी जीवन को कैसे भक्ति की ओर ले जाया जाए। ये हमारी संस्कृति विरासत के संवाहक है। केंद्रीय मंत्रियों के जसोल धाम में पहुंचने पर श्री राणी भटियाणी मन्दिर में संस्थान की ओर से स्वागत किया गया। केंद्रीय मंत्री रुपाला व चौधरी ने नवरात्रि पर्व को लेकर मन्दिर प्रांगण में चल रहे शतचण्डी यज्ञ में वैदिक मंत्रों के साथ विश्व कल्याणार्थ आहुतियां दी। इस दौरान संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल से शिष्टाचार भेंट की। केंद्रीय मंत्री रुपाला ने कहा कि मालाणी में बसा जसोल धाम बेहद ही खूबसूरत हैं।
मंत्री रुपाला ने कहा कि पहली बार इस क्षेत्र में मेरा आना हुआ है। ये भूमि वीर योद्धाओं की है। जहां रावल मल्लीनाथ ने सन्तो का समागम करवाया और समरसता का संदेश दिया। इस दौरान रावल किशनसिंह ने कहा कि कृषि विभाग व पशु पालन विभाग की ओर से जो किसानों व पशुपालको को लेकर कार्यक्रम आयोजित हुआ है वह हर वर्ष आयोजित होता रहे। साथ ही जिन भामाशाहो ने सहयोग किया है। उन्हें लगातार साथ लेकर ऐसे आयोजन दोनों विभागों की और से होते रहे तो मेले में किसानों व पशुपालको में रुचि बढ़ेगी। और श्री मल्लीनाथ जी के नाम से लगने वाला मेला पुनः सदियों पुरानी परंपरा की ओर लौट सकता है।