बाड़मेर जिले के सादुलाणियो गांव में हुए खरताराम, हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने उसकी पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। घटना की रिपोर्ट खरथाराम के पिता देवाराम ने 05 मई 2023 को थाने में दर्ज करवाई थी। प्रारंभिक तौर पर गुमशुदगी की सूचना दी गई, लेकिन बाद में अपहरण और मारपीट की आशंका जताते हुए 12 मई 2023 को मामला दर्ज कराया गया।
- पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को उतारा मौत के घाट,
- हत्या के एक साल बाद मिला टांके में शव,
- पुलिस ने एक साल बाद किया खुलासा,
- खरथा राम का कगाऊं गांव के टांके में मिला शव,
- खरथा राम की पत्नी ने ही रची थी हत्या की कहानी,
- फिर भोली भाली बनकर निकाल दिया एक साल,
- पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीना ने घटना की प्रेस कांफ्रेंस कर दी जानकारी ।
घटनास्थल निरीक्षण और टीम गठन
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण कर विभिन्न टीमें गठित कीं। एफएसएल टीम को बुलाकर आवश्यक साक्ष्य एकत्र किए गए। पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर द्वारा लापता खरथाराम के संबंध में सूचना देने पर 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया।
कार्यवाही विवरण
पुलिस की गठित टीमों ने सूक्ष्मता से घटनास्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए। गुमशुदा खरथाराम के पृष्ठभूमि की जांच की गई और विभिन्न सीसीटीवी फुटेज तथा टोल प्लाजा डेटा का बारीकी से विश्लेषण किया गया। राजस्थान और गुजरात में उसके संभावित ठिकानों पर पूछताछ और तलाश की गई। तकनीकी टीम ने सभी पहलुओं पर गहराई से विश्लेषण किया और इन्ट्रोगेशन टीम ने संदिग्धों से पूछताछ की।
घटना का खुलासा
तकनीकी टीम द्वारा साक्ष्य मिलने पर संदिग्ध दिनेश पुरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया। लगातार कड़ी पूछताछ के बाद दिनेश पुरी ने खरथाराम की हत्या की साजिश का खुलासा किया। उसने स्वीकार किया कि मृतक की पत्नी और उसने मिलकर खरथाराम की हत्या की और उसकी लाश को गहरे सूखे टांके में फेंक दिया।
तरीका वारदात
मुलजिम दिनेश पुरी और मृतक की पत्नी दोनों ही राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, कगाउ में पढ़ते थे। पढ़ाई के दौरान दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग चल पड़ा। कुछ समय बाद मृतक की पत्नी की शादी खरथाराम से हो गई। वह खरथाराम को पसंद नहीं करती थी, इसलिए उनके बीच हमेशा लड़ाई-झगड़ा होता रहता था। इससे परेशान होकर वे अलग रहने लगे।
मृतक की पत्नी और दिनेश पुरी ने मिलकर 04-05 मई 2023 की दरम्यानी रात को कुल्हाड़ी से वार कर खरथाराम की हत्या कर दी। लाश को बिस्तर में लपेटकर रेगजीन के बोरे में डालकर रस्सी से बांध दिया और कगाउ गांव में जोगमाया मंदिर के सामने बने एक टांके में फेंक दिया। सबूत मिटाने के लिए खरथाराम के स्पोर्ट्स शूज भी वहीं फेंक दिए गए।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने लाश को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मृतक के परिजनों को सौंप दी। मामले में आगे की जांच जारी है।
इस हत्याकांड का खुलासा पुलिस की कुशलता और समर्पण का परिणाम है, जिसने समय रहते मामले की तह तक पहुंचकर दोषियों को गिरफ्तार किया। पुलिस की इस कार्रवाई की सर्वत्र सराहना हो रही है।
कार्यवाही विवरण:- उक्त गठित टीम द्वारा घटनास्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण कर साक्ष्य संकलित किये गये। तत्पश्चात गुमशुदा युवक खरथा राम की पृष्ठभूमि तथा विभिन्न रास्तों में लगे सीसीटीवी कैमरों का फोटो तथा टोल प्लाजा के डेटा का बारीकी से विश्लेषण किया गया। चूंकि गुमशुदा खरथा राम किसान व मजदूर होने से विगत पांच साल मजदूरी के ठिकानों के बारे में जानकारी प्राप्त कर राजस्थान व गुजरात के सभी संभावित ठिकानों पर फील्ड टीम द्वारा जाकर पूछताछ व तलाश की गई इसी प्रकार तकनीकी टीम द्वारा सभी पहलुओं पर बारीकी से तकनीकी विश्लेषण तथा साक्ष्य जुटाए गए। इंटेरोगेशन टीम द्वारा घटनास्थल की परिस्थितियों व गुमशुदा तथा उसकी पत्नी की पृष्ठभूमि को ध्यान में रखकर संदिग्ध व्यक्तियों से कड़ाई से पूछताछ व उनकी गतिविधियों पर निगरानी रखी गई। इसी दौरान तकनीकी टीम को घटना के सम्बन्ध में युक्तियुक्त साक्ष्य मिलने पर संदिग्ध दिनेश पुरी को पूछताछ हेतु थाना पर लाकर इंटेरोगेशन टीम द्वारा मनोवैज्ञानिक विधियों को अपनाते हुए लगातार कई दिनों तक कड़ी पूछताछ की गई। आखिरकार इन्ट्रोगेषन टीम द्वारा तथ्ययुक्त व मनोवैज्ञानिक पूछताछ से संदिग्ध दिनेषपुरी का सब्र टूट गया व मृतक की पत्नी एवम् दिनेषपुरी ने षडयंत्रपूर्वक खरताराम की हत्या करना व लाष को गहरे सूखे टांके में डालकर सबूत मिटाना स्वीकार किया। जिस पर मुलजिम दिनेश पुरी को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर ग्राम कगाऊ स्थित आम चौराहा के पास जोगमाया के मंदिर के सामने एक टांका से रेगजीन के बोरे में लिपटी लाष व मृतक खरताराम के स्पोर्ट शुज को निकलवाया गया। मृतक के पहने हुए कपड़े तथा गले में डाले गये लोकदेवता के फूल के आधार पर परिजनों द्वारा लाष की पहचान खरताराम के रूप में की गई। लाष का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड द्वारा करवाया जाकर परिजनों को सुपुर्द की जायेगी। अग्रिम अनुसंधान जारी है। तरीका वारदात:- मुलजिम दिनेषपुरी व मृतक खरताराम की पत्नी दोनो ही राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, कगाउ में पढते थे। पढाई के दौरान मुलजिम दिनेषपुरी व मृतक की पत्नी के बीच प्रेम-प्रसंग परवान चढने लगा। कुछ समय पश्चात विधि से संघर्षरत किषोरी की शादी सादुलानियों का तला, सनावड़ा के निवासी खरताराम पुत्र देवाराम के साथ हो गई। विधि से संघर्षरत किशोरी प्रारम्भ से ही खरताराम को पसंद नहीं करती थी इसलिए हमेशा दोनो के बीच लड़ाई-झगड़ा होता रहता था। इससे परेशान होकर घर वालों ने बंटवारा करने पर खरताराम व उसकी पत्नी अलग घर में रहने लगे। मृतक की पत्नी व दिनेश पुरी ने अपनी राह से खरताराम को हटाने के लिए षड्यंत्र रचकर दिनांक 04-05.05.2023 की दरमियानी रात्रि को अपने पति खरताराम की प्रेमी दिनेश पुरी के साथ मिलकर कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी तथा अपने प्रेमी दिनेश पुरी के सहयोग से लाश डिकम्पोज होने पर फैलने वाली दुर्गंध को रोकने के लिए पहले बिस्तर में लपेटकर रेगजीन के बोरे में डालकर रस्सी से उसका मुंह बांधकर कगाऊ गांव में आम चौराहा के पास जोगमाया के मन्दिर के सामने बने एक सुने व गहरे टांके के अन्दर फैंक दी। साथ ही खरताराम के स्पोर्ट शुज मुलजिम दिनेश पुरी द्वारा पहन कर जाने के पैरों के पदचिन्ह बनाये ताकि खरताराम के परिजनों को भ्रमित किया जा सकें तथा उन जूतों को भी उसी टांके में डाल दिया गया।