बालोतरा (राजस्थान) — राजस्थान के बालोतरा जिले के उमरलाई कस्बे में सोमवार को एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ। एक शोकसभा के दौरान अचानक हाई वोल्टेज बिजली का तार टेंट पर गिर गया, जिससे करंट फैल गया और अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जबकि करीब एक दर्जन लोग झुलस गए।
घटना का पूरा विवरण:
उमरलाई कस्बे में देवासी समाज के एक परिवार में शोकसभा का आयोजन चल रहा था। सभा में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए थे। जैसे ही कार्यक्रम चल रहा था, टेंट के ऊपर से गुजर रही हाई वोल्टेज लाइन का एक तार टूटकर टेंट पर गिर गया। टेंट में लगे लोहे के पाइप और अन्य संरचना के जरिए करंट फैल गया, जिससे वहां बैठे लोग इसकी चपेट में आ गए।
घायलों और मृतकों की पहचान:
हादसे में करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए। सभी घायलों को तुरंत जिला अस्पताल बालोतरा लाया गया। जहां डॉक्टरों ने दो लोगों — अमराराम देवासी (उम्र 70 वर्ष) और हरमलराम (उम्र 35 वर्ष) को मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों का उपचार जारी है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
प्रशासन का त्वरित रिस्पॉन्स:
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन सक्रिय हो गया। तहसीलदार गोपीकिशन पालीवाल और अन्य अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कराया। बिजली विभाग ने क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बंद की और तत्काल स्थिति को नियंत्रित किया।

स्थानीयों में रोष और चिंता:
स्थानीय निवासियों ने बताया कि क्षेत्र में पहले भी कई बार बिजली के ढीले तारों और खतरनाक लाइनिंग की शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। हादसे के बाद क्षेत्र में गहरा शोक और रोष का माहौल है।
जांच और कार्रवाई की मांग:
प्रशासन ने लापरवाही की जांच के आदेश दे दिए हैं। ग्रामीणों की मांग है कि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।
पूर्व में भी हुए हैं ऐसे हादसे
बालोतरा और आसपास के क्षेत्रों में पहले भी बिजली के तारों की लापरवाही के कारण हादसे हो चुके हैं। 2019 में जसोल में कथा पंडाल में बड़ा हादसा हुआ था जिसमे 14 जानो की मौत हुई थी स्थानीय निवासियों ने कई बार ढीले और झूलते तारों की शिकायत की है, लेकिन उचित कार्रवाई नहीं होने के कारण ऐसे हादसे बार-बार हो रहे हैं
हादसे का विवरण
यह घटना उस समय हुई जब एक घर में आयोजित शोकसभा में 40 से अधिक ग्रामीण एकत्रित थे। टेंट के ऊपर से गुजर रही हाई वोल्टेज लाइन का तार अचानक टूटकर टेंट पर गिर गया। इससे लोहे के खंभों में करंट दौड़ गया और अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान दस लोग करंट की चपेट में आ गए
घायलों को तुरंत एंबुलेंस और निजी वाहनों से करीब 20 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में उमरलाई निवासी अमराराम (70) और कनाना गांव निवासी हरमलराम (35) को मृत घोषित कर दिया गया। अन्य आठ घायलों का आईसीयू में इलाज चल रहा है, जिनकी हालत स्थिर बताई गई है।
प्रशासन की कार्रवाई
तहसीलदार गोपी किशन पालीवाल ने बताया कि हादसे के बाद इलाके की बिजली आपूर्ति काट दी गई थी, जिसे बाद में मरम्मत के बाद बहाल किया गया। पुलिस ने लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
यह हादसा बिजली विभाग की लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी का परिणाम है। स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग को चाहिए कि वे ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।