नारी तूम युग को नया आधार दो ,सिर पर बिंधी ,व किकू तिलक तन का श्रगार है ।
इस युंग में सनातन धर्म की नारी को अब जागना बहुत आवश्यक है ,विधर्मियो द्वारा कई प्रकार से आये दिन हो रहे बालिकाओं साथ कई प्रकार के अपराध को स्वयं निडर नारी बनकर रोकना होगा ,स्वयं को ही समाज परिवार के साथ साथ देश की रक्षा को लेकर हर समय तैयार रहना पड़ेगा ,देश मे विधर्मियो द्वारा चलाए जा रहे लव जेहाद को लेकर निर्मल लुकड़ ने बताया की विधर्मी अपना वेश बदलकर हिंदू लड़कियों को कई प्रकार की घटनाओं में निरंतर फसाने का कार्य हो रहा है विधर्मियो द्वारा चलाए जा रही साजिशों का देश को बाटने वाली सभी कोशिशों को डटकर जवाब देना होगा देश व धर्म की रक्षा को लेकर नारी शक्ति को शस्त्र भी उठाने होंगे
निर्मल लुकड़
नारी को सशक्त बन कर सहज व सजत रहना होगा ,विधर्मयो द्वारा चलाए जा रहे वेश व भेष बदलकर घटना को रोकना होगा ,लुकड़ ने कहा कि लव जेहाद का मतलब बताया प्यार ,मोहब्बत ,इश्क ,अरबी भाषा मे जेहाद का मतलब होता है अपने कार्य को लेकर पूरी शक्ति लगा लेना ,वेश बदलकर हिन्दू बहिन बिटियो के साथ धर्मांतरण की घटनाओं को लेकर नारी शक्ति को हमेशा रानी लक्ष्मीबाई बनकर जवाब देना होगा तब ही स्वयं की परिवार की रक्षा होगी ,मंचाचीन नीतू बाहेती ने योग संस्क्रति को लेकर कहा कि यह प्राचीन काल से भारत की पहचान रही है
निर्मल लुकड़
शहर के खेड़ रॉड नवकार विद्या मंदिर स्कूल में चल रहे दुर्गा वाहिनी के बैनर तले 8 दिवसीय महिला सशक्तिकरण वर्ग का शुक्रवार को समारोह पूर्वक समापन हुआ । वर्ग सयोंजक निर्मल लुंकड के नेतृत्व में 20 दक्ष शिक्षिकाओ द्वारा प्रति दिन 03 घण्टे कठोर शारीरिक व बौद्धिक कार्यक्रम करवायें गए जिसमें बालिकाएं व महिलाएं उत्साह और जोश के साथ योग,व्यायाम, आसन, सूर्य नमस्कार,खेल,नि: युद्ध व आत्म रक्षा के गुर सीख रही हैं तथा समाज, संस्कृति,घर, परिवार, राष्ट्र, जैसे बौद्धिक के अलग-अलग विषयों द्वारा अपनी क्षमता को लेकर जागरूक भारतीय नारी का परिचय देते नजर आई ,समारोह समापन के दौरान मुख्य शिक्षिका पूर्णिमा लोहिया ,सहशिक्षिका सोनल गॉड के नेतृत्व में 8 दिवस के अभयास को शहर से पधारे गए आगुन्तको के समक्ष व्ययाम पर्दशन ,शारीरिक पर्दशन से परिभाषित कर बताया की वर्ग के दौरान हमे पूर्ण रूप से सशक्त व एक भारतीय जागरूक नारी के रूप में सिखाया गया ,
प्रातः 7 बजे ध्वज प्रणाम व मंच पर विराजित भारत माता ,व मा दुर्गा के समक्ष दिप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुरू किया गया, युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण के सुशिष्य मुनि श्री सुमति कुमार ठाना 3 के सानिध्य व आर्शिवाद में मंचाचीन अतिथि डा घेवरराम भील ,डा अरुणा चौधरी प्रोफेसर पटोदी कॉलेज ,ग्यारसी जीनगर शिक्षिका , भगवती देवी पंवार ,शांतिलाल डागा ओसवाल समाज अध्यक्ष ने कहा की नारी तुम युग को नया आधार दो ,सिर पर सजी बिधि व तिलक को अपना श्रगार बनाओ,अनादि काल से चली आ रही परम्पराओं का निर्वहन करते हुए ,भारत की वीर ,सशक्त,व जागरूक नारी बनो ,तुम भारतीय संस्कृति में पूजनीय शक्ति हो ,तुम्हे माँ दूँगा,माँ सरस्वती का सुदर रूप मिला है ,स्वयं के लिए ,परिवार के लिए,व देश के लिए ,वीरता का प्रतीक हो,स्वयं की ,परिवार की,देश की रक्षा के लिए तुम्हे रानी लक्ष्मीबाई सा रुप अपनाना होगा तब ही विधमियों को जवाब दिया जाएगा ,हम लड़कर भी जीतेंगे ,नारी तुम वीरता का प्रतीक हो ,भक्तों के लिए देवी हो,विधमियों के लिए वीर नारी हो ,मंच के माध्यम से 20 शिक्षिकाओं का समूह में परिचय किया गया,दंड पर्दशन के दौरान आगुन्तको ने तालियों से बालिकाओं का उत्साहवर्धन किया
इस दौरान मंच संचालन मुख्य शिक्षिका नीतू बाहेती ने किया ,विहिप् जिला मीडिया प्रभारी दौलत आर प्रजापत ने बताया की इस दौरान सेविका समिति व दुर्गा वाहिनी की अर्चना मालाणी,जसोदा लोहिया ,रुचिका श्रीमाली,ललिता सिंघल, रेणु राजपुरोहित,पूजा प्रजापत, हेमा वैष्णव सहित 20 शिक्षिकाओं ने समापन के दौरान पधारे ,आगुन्तको व अभिभावकों का आभार व्यक्त किया,इस दौरान विहिप् विभाग प्रमुख पुरषोतमदास गोयल,जिला मंत्री मुकेश गोयल,सनातन धर्म सभा समिति उपाध्यक्ष उत्तमसिंह राजपरोहित ,संस्कार भारती प्रांत मंत्री सुरेश चितारा ,सहित कई जन उपस्थित रहे ,व वर्ग में शामिल शहर की 300 बालिकाओं व महिलाओं के शौर्य ,पराक्रम,प्रस्तुतियों पर तालियों से उत्साह वर्धन किया ।