मौसम विभाग की चेतावनी अनुसार आगामी 2-3 दिनों में जिले में चक्रवर्ती तुफान बिपरजोय सक्रिय रहने की पूरी संभावना है।
जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने बताया कि जिले मे मेघगर्जन, आकाशीय बिजली चमकने, तीव्र हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है। उक्त मौसमी घटनाओं को देखते हुए आपदा राहत से संबंधित सभी विभागों को सतर्क रहने को कहा है। जिले में समस्त अस्पताल में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ यदि कहीं डी जी सेंट नही हो तो डी. जी. सेट तुरंत लगाकर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सभी उपखंड मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष 24X7 राउंड द ब्लॉक स्थापित करने के साथ प्रत्येक नगर पालिका / पंचायत समिति में नियंत्रण कक्ष 24X7 राउंड द क्लॉक स्थापित करने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने नियंत्रण कक्ष में राहत एवं बचाव हेतु आवश्यक उपकरण एवं साजो-सामान (रस्सा, ट्यूब, (ऑर्च लाठी) रखवाया जाना सुनिश्चित करने एवं अपने क्षेत्र के तैराकों की सूची अपडेट कर संपर्क कर तैयार रहने हेतु निर्देशित किया। मुख्यालय सहित प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध जे.सी.बी. ट्रेक्टर वाहन एवं अन्य संसाधन की सूची अपडेट कर तैयार रखने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राजीव गांधी सेवा केन्द्र पर आवश्यकतानुसार उपकरण एवं साजो-सामान रखवाया जाना सुनिश्चित करने को कहा। पानी के बहाव क्षेत्र एवं डुब क्षेत्र में आने वाली बस्तियों का चिन्हिकरण करने, बहाव क्षेत्र एवं डूब क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों के समीप ऊंचे स्थान पर आवश्यकतानुसार सरकारी भवनों को आश्रय स्थल के रूप में चिन्हिकरण कर सूचना प्रेषित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि तेज अंधड़ से विद्युत संचार प्रणाली एवं दूरसंचार सेवाए बाधित हो सकती है इस हेतु डीजी सेट की उपलब्धता का पूर्व आकलन कर सूचीबद्ध करें उपलब्ध डीजी सेट की सूचना जिला कार्यालय को भी प्रेषित कराये।
आमजन रहे सतर्क, करे पालना
आगामी मौसम के मद्देनजर किसानों को यह सलाह दी जाती है कि जो फसले कट कर तैयार हो चुकी है या खलिहान में अभी भी पड़ी है उसे सुरक्षित स्थानों पर रण करें। कृषि मंडियों में खुले आसमान पर रखे हुए अनाज को ढककर व सुरक्षित स्थान पर रखे ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके। खेतों में लगे सोलर सिस्टम को भी अचानक तेज हवाओं से नुकसान हो सकता है। अतः सुरक्षित स्थान पर रखें। यदि अपने आस-पास मेघगर्जन की आवाज सुनाई दे या बिजली चमकती हुई दिखाई दे तो पेड़ के नीचे शरण ना लें। तेज अंधड के समय बड़े पेड़ों के नीचे व कच्चे मकानों में शरण लेने से बचे। तेज अंधड़ से बिजली के तारों के टूटने एवं खंभों के गिरने से क्षति होने की संभावना है। तेज अंधड़ के समय दृश्यता कम होने से यातायात स्यवस्था प्रभावित हो सकती है वाहन चालक विशेष सावधानी बरतें।
- उष्णकटिबंधीय चक्रवात बिपरजॉय
बिपरजॉय तूफान चक्रवात से बचने के लिए निम्नलिखित उपायों का पालन कर सकते हैं:
- तूफान के आने से पहले तूर्यमान करें: यदि आपको तूफान के आने की सूचना मिलती है, तो सुरक्षित स्थान की तलाश करें और जल्द से जल्द उसे पहुंचें. यह सुनिश्चित करें कि आपके पास एक तूर्यमान किट हो, जिसमें खाद्य सामग्री, पानी, रेडियो, बैटरी, मैच, आपदा संबंधी संपर्क और इलेक्ट्रिक बैंक शामिल हों.
- आपदा प्रबंधन योजना बनाएं: एक आपदा प्रबंधन योजना तैयार करें जिसमें शारीरिक सुरक्षा, खाद्य सामग्री, पानी, और चिकित्सा उपकरणों का संग्रहण शामिल हों. यह योजना आपको आपदा के समय मार्गदर्शन करेगी और आपकी सुरक्षा को सुनिश्चित करेगी.
- इमारती सुरक्षा का ध्यान रखें: अपने घर की सुरक्षा के लिए इमारती सुरक्षा को ध्यान में रखें। मजबूत ईंट से बनी इमारतें और धातु के बने गहरी तह से बनी इमारतें तूफानी हवाओं के प्रभाव से अधिक सुरक्षित हो सकती हैं।
- जल संग्रह और प्रबंधन: तूफान के पश्चात जल भरने की संभावना होती है, जिसके कारण जल प्रवाह और बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो सकती है। एक जल संग्रह और प्रबंधन योजना तैयार करें, जैसे कि बाढ़ से बचने के लिए नाली और नाले के पास बड़े पानी के टैंक या गड्ढा बनाएं।
- अवधारणा का पालन करें: तूफान के समय आपको सुरक्षा के लिए कुछ अवधारणाएं बरतनी चाहिए। जैसे कि खिड़कियों और दरवाजों को बंद रखें, तंगों और कोरी जगहों के पास न रहें, विंडो शटर और विंडो प्लाई का इस्तेमाल करें आदि।
- सतर्क रहें: आपदा के समय सतर्क रहना बहुत महत्वपूर्ण है। सरकारी और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी की गई चेतावनियों का पालन करें और स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्धारित सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें।
- यदि तूफान के दौरान आपको किसी भी समय खतरा महसूस होता है, तो सुरक्षित स्थान पर जाएं और तत्पर रहें। आपकी जान और सुरक्षा हमेशा सर्वोपरि होनी चाहिए।