बालोतरा. एक तरफ देशभर में साइबर अपराधों पर शिकंजा कसने की कोशिशें चल रही हैं, वहीं दूसरी तरफ राजस्थान का बालोतरा शहर इन साइबर ठगों के लिए एक “पेमेंट गेटवे” बनता जा रहा था। हाल ही में बालोतरा पुलिस द्वारा “ऑपरेशन साइबर शील्ड” के तहत की गई बड़ी कार्रवाई में इस संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ है।
इस गिरोह में शामिल तीन ई-मित्र/बीसी संचालकों ने मिलकर बालोतरा के भोले-भाले लोगों को लालच देकर उनके नाम पर बैंक खाते खुलवाए, जिनका इस्तेमाल देशभर में होने वाली साइबर ठगी के पैसे निकालने के लिए किया जाता था।

ई-मित्र सेंटर बना था साइबर ठगी का अड्डा
जांच में सामने आया कि ई-मित्र संचालक रूपाराम, नरेंद्र कुमार और खरताराम अपने पास आने वाले ग्राहकों से जान-पहचान बनाकर उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग करते थे। कई लोगों को कमीशन और फायदे का लालच देकर फर्जी बैंक खाते खुलवाए जाते थे। जब भी जामताड़ा, मेवात जैसे साइबर ठगी के बड़े नेटवर्क किसी पीड़ित से ठगी करते, तो पैसे सीधे बालोतरा में खोले गए इन फर्जी खातों में डाले जाते।
ठगी के रुपए मिलते ही निकाल लेते थे कैश
ये साइबर ठग इतने शातिर थे कि जैसे ही ठगी की राशि खातों में आती, ये तुरंत उसे एटीएम या बैंक से निकाल लेते। उसके बाद ठगों का हिस्सा काटकर बाकी रकम जामताड़ा और मेवात के ठगों को भेज दी जाती थी। इस तरह बालोतरा, देशभर की साइबर ठगी के लिए एक ‘कैशिंग सेंटर’ बन गया था।
सूत्रों से खुलासा और उदय सिंह की विशेष भूमिका
हमारे सूत्रों ने बताया कि इस नेटवर्क को पकड़ने में उदय सिंह की विशेष भूमिका रही, जिन्होंने इस गिरोह की गतिविधियों पर लंबे समय से नजर रखी हुई थी। उनकी सूझबूझ और कार्यशैली के चलते पुलिस को साइबर ठगों तक पहुंचने में सफलता मिली।
जब्त सामग्री और गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने गिरोह के कब्जे से 2 लैपटॉप, 1 कंप्यूटर सेट, 7 मोबाइल फोन, बायोमैट्रिक मशीन, रजिस्टर और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में ई-मित्र संचालक और उनके सहयोगी शामिल हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की सूची:
- सोयल खां पुत्र गुलाब खां
- सोयल खां पुत्र सलीम खां
- अनिश खां पुत्र मोहम्मद सलीम
- रियाज मोहम्मद पुत्र जान मोहम्मद
- नरेंद्र कुमार पुत्र हड़मानराम
- खरताराम पुत्र केशाराम
- रूपाराम पुत्र धर्माराम
- समीर पुत्र मोहम्मद सलीम
पुलिस का सख्त संदेश: साइबर अपराधों को नहीं दी जाएगी कोई छूट
एसपी अमित जैन ने बताया कि “ऑपरेशन साइबर शील्ड” जैसे अभियान लगातार चलाए जा रहे हैं ताकि आमजन को ठगी से बचाया जा सके। इस तरह के अपराधियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस की अपील
बालोतरा पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी बैंक जानकारी, OTP, पासवर्ड और पर्सनल डॉक्यूमेंट किसी अंजान व्यक्ति के साथ साझा न करें। कोई भी संदिग्ध गतिविधि नज़र आने पर तुरंत 1930 साइबर हेल्पलाइन या नजदीकी पुलिस थाने में सूचना दें।