बालोतरा आजकल नशे के अवैध कारोबार का केंद्र बनता जा रहा है। पुलिस की सुस्ती और मुखबिर तंत्र की विफलता के कारण नशे का यह कारोबार दिन-ब-दिन फल-फूल रहा है।
- पुलिस की निष्क्रियता
पिछले कुछ सालों में बालोतरा पुलिस की निष्क्रियता ने इस समस्या को और बढ़ा दिया है। पुलिस स्टेशन में एनडीपीसी (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) के मामले बहुत कम पंजीकृत हो रहे हैं। दूसरी ओर, गली-चौराहों पर नशे की सप्लाई देने वाले खुलेआम घूम रहे हैं, जिससे साफ है कि पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है।
- युवा पीढ़ी पर नशे का कहर
20 से 40 साल के युवा इस अवैध कारोबार में सबसे ज्यादा सम्मिलित हैं। ये युवा न केवल अपनी ज़िंदगी को बर्बाद कर रहे हैं, बल्कि दूसरों की जिंदगी को भी संकट में डाल रहे हैं। नशे की लत के कारण चोरी और लूट जैसी घटनाओं में भी वृद्धि हो रही है। धन की पूर्ति के लिए नशे के आदी युवा इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
- अवैध नशे का आसानी से मिलना
बालोतरा में एमडी, सरस, गांजा जैसे नशे की सामग्री आसानी से उपलब्ध है। गलत संगत और नशे के उत्पाद की आसानी से उपलब्धता ने युवाओं को इस दलदल में धकेल दिया है।
- मुखबिर तंत्र की विफलता
हमारे सूत्रों ने बताया तीन साल पहले तक बालोतरा पुलिस के पास सक्रिय मुखबिरों की संख्या अधिक थी। ये मुखबिर नशे के तस्करों और इसमें सम्मिलित लोगों की जानकारी पुलिस को देते थे, जिससे कार्यवाही भी होती थी। लेकिन मुखबिर और पुलिस के बीच की गोपनीयता भंग होने से स्थिति बदल गई। कुछ पुलिसकर्मियों ने तस्करों को मुखबिर की जानकारी देकर उन्हें आगाह कर दिया, जिससे मुखबिरों को धमकियाँ मिलने लगीं और उन्होंने यह कार्य छोड़ दिया।
एक पूर्व मुखबिर ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि पहले वह भी मुखबिर था और नशे के कारोबार की जानकारी पुलिस को देता था। लेकिन तस्करों को उसके बारे में पता चल गया और उसे धमकियाँ मिलने लगीं, जिसके बाद उसने मुखबिरी का कार्य छोड़ दिया।
- ह्यूमन इंटेलिजेंस की महत्वपूर्ण भूमिका
यह स्पष्ट है कि पुलिस तकनीकी आधार पर कितनी भी विकसित हो जाए, लेकिन ह्यूमन इंटेलिजेंस/मानवीय सूचना का कोई तोड़ नहीं है। मुखबिर तंत्र की विफलता ने नशे के कारोबार को बढ़ावा दिया है, जिससे यह समस्या और विकट होती जा रही है।
- निष्कर्ष
बालोतरा में नशे के बढ़ते कारोबार को रोकने के लिए पुलिस को अपनी सुस्ती छोड़कर सक्रिय भूमिका निभानी होगी। साथ ही, मुखबिर तंत्र को फिर से मजबूत करना होगा ताकि अवैध कारोबार पर लगाम लगाई जा सके। इसके बिना, नशे की यह लहर युवाओं की जिंदगी को और अधिक संकट में डालती रहेगी। आमजन को किसी भी अपराधी या अन्य सूचना जो कि अपराधी से संबंधित है, तो आप उक्त सूचना सीधे रेंज पुलिस नियंत्रण कक्ष (संजय) नम्बर 0291-2650811 एवं वाट्सएप नंबर 9530441828 पर सूचना दी जा सकती है। उक्त सूचना देने वाले व्यक्ति की गोपनीयता का पूर्ण रूप से ख्याल रखा जाएगा । जिससे नशे के कारोबार पर रोक लगाई जा सकती हैं, आमजन का पूर्ण समर्थन मिलता हैं हर तस्कर के बारे में सूचना जोधपुर आईजी को मिलती है तो इस नशे के कारोबार को जड़ से समाप्त किया जा सकता हैं