बालोतरा, 19 जुलाई। कर्नाटक राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने शुक्रवार को अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान बालोतरा जिले के विश्व विख्यात जैन तीर्थ नाकोड़ा की यात्रा की। इस दौरान राज्यपाल का स्वागत जिला कलक्टर सुशील कुमार यादव एवं पुलिस अधीक्षक कुंदन कंवरिया ने किया।
राज्यपाल गहलोत ने नाकोड़ा तीर्थ में अधिष्ठायक भैरव देव एवं पार्श्वनाथ प्रभु की पूजा अर्चना की और राष्ट्र में सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की। उन्होंने नाकोड़ा भैरव गौशाला का भी निरीक्षण किया और गायों को गुड़ खिलाया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने राष्ट्र संत आचार्य चन्द्रानन सागर महाराज के चातुर्मास प्रवेश कार्यक्रम में शिरकत की और उनके मंगल प्रवचन का लाभ प्राप्त किया। इस कार्यक्रम में उपखण्ड अधिकारी राजेश कुमार, पचपदरा तहसीलदार गोपीकिशन पालीवाल, श्री नाकोड़ा दर्शन चातुर्मास समिति के सदस्य एवं अन्य भक्तगण उपस्थित थे।
कर्नाटक राज्यपाल थावरचंद गहलोत की जीवनी:
थावरचंद गहलोत का जन्म 18 मई 1948 को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में हुआ था। वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और दलित समुदाय से आते हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा उज्जैन में ही हुई और बाद में उन्होंने समाजशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की।
गहलोत ने राजनीति में अपने करियर की शुरुआत 1989 में की, जब वे पहली बार लोकसभा के सदस्य चुने गए। इसके बाद वे 1996 और 1998 में भी लोकसभा के सदस्य बने। उनकी कुशल नेतृत्व क्षमता और समर्पण ने उन्हें पार्टी में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।
2009 में, गहलोत ने राज्यसभा के लिए चुनाव जीता और विभिन्न संसदीय समितियों में सक्रिय भागीदारी निभाई। उन्होंने सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में मंत्री के रूप में भी कार्य किया, जहां उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू किया।
2021 में, थावरचंद गहलोत को कर्नाटक के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया। राज्यपाल के रूप में, वे राज्य की संवैधानिक व्यवस्थाओं का पालन सुनिश्चित करने और राज्य की प्रगति में योगदान देने के लिए समर्पित हैं। अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन में, गहलोत ने हमेशा सामाजिक न्याय, समरसता और समृद्धि के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई है।