- बालोतरा के ओवर ब्रिज पर लगा किलोमीटर का बोर्ड लोगों को दिग्भ्रमित कर रहा है।
- बोर्ड पर बालोतरा से जालोर की दूरी 59 किलोमीटर दर्शाई गई है, जबकि वास्तविक दूरी 87 किलोमीटर है।
- इससे लोगों को गलत जानकारी मिल रही है और उन्हें परेशानी हो रही है।
- इस मामले में स्थानीय लोगों ने विरोध भी जताया है।
- प्रशासन को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए।
राजस्थान के बालोतरा शहर में हाल ही में एक ओवर ब्रिज का निर्माण हुआ है। इस ब्रिज को शुरू होने से पहले ही लोगों को दिग्भ्रमित करने वाला एक किलोमीटर का बोर्ड लगाया गया है। बोर्ड पर बालोतरा से जालोर की दूरी 59 किलोमीटर दर्शाई गई है, जबकि वास्तविक दूरी 87 किलोमीटर है।
इससे लोगों को गलत जानकारी मिल रही है और उन्हें परेशानी हो रही है। कई लोग इस बोर्ड पर निर्भर करते हुए जालोर के लिए निकल जाते हैं, लेकिन जब वे वास्तविक दूरी तक पहुंचते हैं तो उन्हें पता चलता है कि उन्हें अभी भी काफी दूर जाना है। इससे उन्हें समय और पैसे की बर्बादी होती है।
इस मामले में स्थानीय लोगों ने विरोध भी जताया है। उन्होंने कहा कि यह बोर्ड लोगों को दिग्भ्रमित कर रहा है और प्रशासन को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए।
प्रशासन को करनी चाहिए कार्रवाई:
इस मामले में प्रसाशन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। बोर्ड को हटा दिया जाना चाहिए और लोगों को सही जानकारी दी जानी चाहिए। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों।
ब्रिज के नीचे बनाए गए अंडर ब्रिज का भी सवाल उठा है, क्योंकि यह अंबुलेंसों के लिए असुविधा पैदा कर रहा है। ब्रिज के निर्माण का मुख्य उद्देश्य था कि रेलवे क्रॉसिंग बंद होने पर अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को सुविधा मिले, लेकिन अब तक इस अंडर ब्रिज से 108 एम्बुलेंस निकल नहीं पा रही हैं।
लोगों ने इस मुद्दे को उचित तरीके से उठाया है, और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी से भी इस समस्या की शिकायत की है। मंत्री चौधरी ने रेलवे के डी आर एम को बालोतरा बुलाया और ब्रिज निर्माण से संबंधित विभाग के अधिकारियों को भी उक्त समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए हैं।
हालांकि, अब तक कोई स्थाई हल नहीं निकला है
निष्कर्ष:
बालोतरा के ओवर ब्रिज पर लगा किलोमीटर का बोर्ड एक गंभीर समस्या है। यह लोगों को दिग्भ्रमित कर रहा है और उन्हें परेशानी हो रही है। सरकार को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और लोगों को सही जानकारी देनी चाहिए।