जालोर में कांग्रेस नेता और तथाकथित पत्रकार मुकेश सुंदेशा को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) द्वारा 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। यह कार्यवाही एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर जालोर इकाई द्वारा की गई।
मुकेश सुंदेशा की पृष्ठभूमि:
मुकेश सुंदेशा मारवाड़ पत्रिका, जालोर के पत्रकार हैं और 2009 में जालोर से सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं। वे अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों से जुड़े रहे हैं, जिनमें एनसीपी और हाल ही में कांग्रेस शामिल हैं। कांग्रेस से जुड़ने के बाद उन्होंने लोकसभा प्रत्याशी वैभव गहलोत के समर्थन में प्रचार भी किया था।
जालोर में ACB बड़ा ट्रैप, 50 हजार रुपए की घूस लेते पत्रकार मुकेश सुंदेशा ट्रैप, अखबार में खबर नहीं छापने की एवज में मांगी थी घूस, साथ ही सरकारी कार्य में दलाली का भी किया वादा! @BhajanlalBjp @AcbRajasthan @8PMnoCM pic.twitter.com/OxtiU48cPS
— Dr. Ashok Sharma (@ashok_Jodhpurii) June 26, 2024
रिश्वत कांड का खुलासा:
मुकेश सुंदेशा पर तहसीलदार जालौर को ब्लैकमेल करने और सरकारी काम के दलाली और खबर न छापने के एवज में पैसे मांगने का आरोप है। पहले उन्होंने 2 लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन बाद में 1 लाख पर सहमति बनी और 50 हजार रुपये लेते समय उन्हें गिरफ्तार किया गया। एसीबी की इस कार्यवाही का निर्देशन अतिरिक्त एसीबी पुलिस अधीक्षक महावीर सिंह राणावत और एसीबी सीआई अरविंद कुमार ने किया।
निष्कर्ष:
यह घटना दर्शाती है कि भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हो सकती हैं और इसके खिलाफ लड़ाई में एसीबी जैसे संगठनों की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। मुकेश सुंदेशा की गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि कानून के सामने कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, बच नहीं सकता।