बालोतरा की सड़कों की खराब हालत ने आम जनता को इतना परेशान कर दिया है कि उन्होंने विरोध के लिए क्रिएटिव तरीका अपनाया है। मानसून आने से पहले ही सड़कों की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि यह पहचानना मुश्किल हो रहा है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क।
क्रिएटिव विरोध प्रदर्शन
आम जनता ने सड़कों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए विभिन्न जगहों पर बोर्ड लगाए हैं, जिन पर लिखा है, “सभापति का काम बोलता है।” इन बोर्ड्स के माध्यम से लोगों ने सुमित्रा जैन को उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराने का प्रयास किया है। इस क्रिएटिव विरोध के जरिए जनता ने न केवल सड़कों की समस्या को उजागर किया है बल्कि सभापति सुमित्रा जैन से तत्काल सुधार की मांग भी की है।
सड़कों की स्थिति
बालोतरा की सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गड्ढों की वजह से दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है। आम जनता का कहना है कि सड़कों की मरम्मत का कार्य जल्द से जल्द शुरू होना चाहिए ताकि मानसून के दौरान यह स्थिति और न बिगड़े।
जिम्मेदारी का एहसास
“सभापति का काम बोलता है” जैसे बोर्ड्स के माध्यम से जनता ने यह संदेश देने का प्रयास किया है कि जनता की समस्याओं का समाधान करना सभापति की जिम्मेदारी है। इस विरोध प्रदर्शन ने प्रशासन को उनकी नाकामी की तरफ ध्यान दिलाने का प्रयास किया है।