बायतु विधानसभा क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों के एक विद्यालय में 25 में से 17 पद रिक्त पड़े तो शिक्षा व्यवस्था कैसे सुधरेगी। राज्य सरकार व सत्ताधारी नेता स्कूलों को क्रमोन्नत कर वाहवाही हमेशा लूटने का काम करते रहते हैं लेकिन शिक्षकों की व्यवस्था कराने पर ध्यान नहीं देकर नजरअंदाज कर रहे हैं क्रमोन्नत करने से शिक्षा व्यवस्था में सुधार व पढ़ाई नहीं होने वाली है रिक्त पदों को भरने से होगी। रा.उ.मा.विद्यालय हिरा की ढाणी में पिछले चार दिन से तालाबंदी के साथ विद्यार्थियों व ग्रामीणों द्वारा धरना चल रहा है लेकिन शिक्षा विभाग व प्रशासन के साथ सत्ताधारी नुमाइंदे ध्यान नहीं दे रहे हैं। क्योंकि शिक्षकों के स्थानांतरण में इनके द्वारा भारी भ्रष्टाचार हुआ हैं। जिस कारण अब स्कूलों में रिक्त पदों का अंजाम विद्यार्थी भुगत रहे हैं और शिक्षा व्यवस्था की दुर्दशा व हालात खराब हैं।
स्थानीय सत्ताधारी विधायक जी का एक स्लोगन है कि “पढ़ेगा बायतु, बढ़ेगा बायतु” लेकिन यह नारा चरितार्थ कैसे होगा जब उनके निर्वाचन विधानसभा क्षेत्र के विद्यालयों में पढ़ाई कराने वाले शिक्षकों के 60-80% तक पद रिक्त पड़े हैं।