प्राइवेट कॉलेज संचालक व एलडीसी ने किया मूकबधिर युवती से गैंगरेप, 17 दिन तक कड़ी से कड़ी मिलाकर आरोपियों को किया गिरफ्तार
बाड़मेर/धोरीमन्ना। बकरियां चराने आई मूकबधिर युवती को अकेला देखकर पास ही के प्राइवेट कॉलेज संचालक व उसी कॉलेज में लगे एलडीसी ने गैंगरेप किया है। युवती मूकबधिर होने के कारण आरोपियों की पहचान करना सबसे बड़ी चुनौती थी। पुलिस ने 15-17 संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर चुकी थी। अब पुलिस ने 17 दिन बाद कॉलेज संचालक व एलडीसी को गिरफ्तार किया है। घटना बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना कस्बे में 24 नवंबर के शाम की है। आरोपी घटना के बाद से फरार हो गए थे। एक आरोपी द्वारा पुलिस को गुमराह भी किया था। वहीं सीसीटीवी में दिखने वाली बोलेरो गाड़ी का हुलिया भी बदल दिया। पुलिस की अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि एक युवक ने युवती के साथ रेप किया लेकिन पूछताछ जारी है।
एसपी दीपक भार्गव के मुताबिक युवती मूकबधिर होने के कारण आरोपियों को पकड़ पाना मुश्किल हो गया था। युवती इशारों व थोड़ा बहुत लिख्नना जानती थी। परंतु कम्यूनिकेशन के अभाव में सब चीजें स्पष्ट नहीं हो पा रही थी। एएसपी नीतेश आर्य, डीएसपी शुभकरण खीची व थानाधिकारी सुखराम विश्नोई, डीसीआरबी प्रभारी महिपालसिंह की टीम ने कड़ी से कड़ी मिलाकर सुनील (21) पुत्र साजनराम निवासी कोजा व भजनलाल (27) पुत्र हरीराम निवासी मीठड़ा को गिरफ्तार किया है। सीसीटीवी में बोलेरो कैंपर की पहचान हो पाई थी लेकिन आरोपियों ने गाड़ी का हुलिया भी बदल दिया। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। घटना में और कोई शामिल है या नहीं इनको भगाने मे किसी ने मदद की है तो उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे हुआ खुलासा
पुलिस के अनुसार अमूमन मूक बधिर होती है उनको औपचारिक शिक्षा मिली होती है तो वो लोग इशारों की लग्वेज के मार्फत लगभग-लगभग सामान्य वार्ता तक पहुंच पाते है लेकिन इस युवती को औपचारिक शिक्षा, लिखा-पढ़ी पूरी नहीं मिली है। थोड़ा बहुत लिखना जानती है। मूकबधिर की लग्वेज भी इसको नहीं आती है। टीम ने इशारों और खोज-खोज कर संदिग्धों को निकाले लगभग 15-17 लोग हमारे संदेह के दायरे में आए। उनको बुलाकर सबसे पूछताछ की गई। उनमें कड़ियां नहीं बैठ पाई। कईयों के सीसीटीवी व लोकेशन किसी और जगह पर मिले। इन दोनों युवकों का सुराग लगा फिर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
सुनील को पता था कि युवती मूकबधिर है
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी सुनील को पता था कि युवती मूकबधिर है। इसका फायदा उठाते हुए भजनलाल बोलेरो गाड़ी में सीट पीछे करके बैठा हुआ था। आरोपी सुनील ने उसके साथ रेप किया। गाड़ी से भजनलाल ने देखा कि कुछ लोग भागते हुए इसकी तरफ आ रहे है तो हॉर्न बजाकर सुनील को इशारा किया। दोनों गाड़ी में बैठकर वहां से भाग गए।
आईटीआई कॉलेज के मालिक का बेटा व कॉलेज एलडीसी
पुलिस के अनुसार मूकबधिर युवती जहां पर बकरियां चरा रही थी। वहीं पास में प्राइवेट आईटीआई कॉलेज है। कॉलेज मालिक के बेटा सुनील व उस कॉलेज में कार्यरत एलडीसी भजनलाल ने युवती को अकेली देखकर बोलेरो पिकअप गाड़ी लेकर वहां पर पहुंच गए। वन विभाग की चार दीवारी के पास युवती के साथ रेप किया। लोगों को आता देखकर बोलेरो गाड़ी में दोनों आरोपी वहां से भाग गए।
गाड़ी का बदला हुलिया
पुलिस के अनुसार बोलेरो गाड़ी का सीसीटीवी हाथ में लगने के बाद आरोपियों ने गाड़ी का हुलिया बदल दिया था। जिससे पुलिस की पहचान में नहीं है। वहीं पुलिस को गुजरात पासिंग के टूट-फूटे नंबर भी दिखाई देने पर गुजरात से भी बोलेरो कैंपर गाड़ियों की खंगाले में लगी थी।
रेप का एक आरोपी शादीशुदा
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि दोनों पढ़े लिखे थे। सुनील की शादी अभी तक नहीं हुई थी। वहीं भजनलाल की शादी हो रखी थी। उसके दो बच्चे है। वहीं दोनों प्राइवेट कॉलेज में ही ज्यादातर रहते थे।
इस टीम ने पकड़े आरोपी
धोरीमन्ना थानाधिकारी के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल सवाईराम, कांस्टेबल जगाराम, जयराम, जबराराम, ओमप्रकाश, भंवरलाल, महिला कांस्टेबल सीमा, डीसीआरबी प्रभारी हैड कांस्टेबल महिलपालसिंह, कांस्टेबल लुंभाराम, तकनीकी सेल मोहनलाल की टीम ने 17 दिन तक कड़ी से कड़ी मिलाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
दलित संगठनों ने धोरीमन्ना थाने के बाहर दिया था धरना
मूकबधिर युवती के साथ गैंगरेप की घटना के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर बीजेपी, दलित संगठनों ने धोरीमन्ना थाने के बाहर धरना देकर प्रदर्शन भी किया था। वहीं बीते 10 दिनों दलित संगठन थाने के बाहर भूख हड़ताल व धरने पर बैठे थे। अब आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बाद धरना समाप्त कर दिया।
यह था मामला